गुरुवार, 24 मार्च 2011

अंकुर तुम बनो आम्र वृक्ष...

अंकुर तुम बनो आम्र वृक्ष...  




















( टिप्पणी : प्रिय पुत्र चिरंजीव अंकुर  की पहली 
  वर्ष गाँठ पर लिखी यह कविता, आज उसके 
  जन्म दिवस पर ब्लागार्पित कर रहा हूँ | यह 
  आशीर्वाद हर पिता की ओर से,हर पुत्र को मिले | 
  मेरे काव्य संग्रह 'अंजलि भर भाव के प्रसून ' से 
  साभार |  - अरुण मिश्र.)


- अरुण मिश्र 






















































 
              



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3 टिप्‍पणियां:

  1. बहुत बहुत बधाई अंकुर जी को जन्मदिन की !

    बहुत बढ़िया भाव !

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  2. धन्यवाद प्रिय अमित जी| आपकी बधाई अंकुर तक पहुंचा दी गई है|

    -अरुण मिश्र.

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  3. रश्मि-रेख पर आने के लिए धन्यवाद,श्री हरीश सिंह जी|
    - अरुण मिश्र.

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