rashmi rekh
शनिवार, 31 दिसंबर 2011
नव आशा का शतदल खिले नए वर्ष में...........
नव वर्ष मंगलमय हो !
"मिटें
दाह-दंश सकल,
मिले;
गए वर्ष में |
नव आशा का
शतदल,
खिले,
नए वर्ष में ||"
-अरुण मिश्र.
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