rashmi rekh
रविवार, 3 अप्रैल 2016
यूँ हवाओं में घुल गयी होली ...
यूँ हवाओं में घुल गयी होली ...
- अरुण मिश्र
कविता २३ मार्च , २०१६ को 'रश्मि रेख ' में पूर्वप्रकाशित।
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