rashmi rekh
रविवार, 10 अप्रैल 2022
राम प्रतिपल राम हैं.../ कविता / अरुण मिश्र
https://youtu.be/NBdpNp1bu6E
राम प्रतिपल राम हैं...
-अरुण मिश्र
(मेरे कविता संग्रह 'अंजलि भर भाव के प्रसून' से साभार।)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
‹
›
मुख्यपृष्ठ
वेब वर्शन देखें
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें