बुधवार, 13 अप्रैल 2016

धरती पर आनन्द बिखेरें ...

बैसाखी की शुभकामनायें 
flower bouquet leaf

खुद महकें,  महकायें जग को निज सुवास से।
रहें  जहाँ  भी,    आस-पास   भर दें प्रकाश से।
धरती पर आनन्द  बिखेरें  नित, प्रसन्नचित;
निश्छल उर से और निष्कलुष मृदुल हास से।।
                                                      -अरुण मिश्र 


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