रविवार, 9 जून 2024

याद तुम्हारी जैसे कोई कँचन-कलश भरे.../ माहेश्वर तिवारी

https://youtu.be/_Ix8G7xjD_4. 

प्रसिद्ध कवि 'माहेश्वर तिवारी' का जन्म 22 जुलाई,1939 को बस्ती, उत्तर प्रदेश में 
हुआ था। वे हिन्दी भाषा के सुप्रसिद्ध कवि एवं गीतकार थे। उनकी रचनाएं सभी प्रमुख 
राष्ट्रीय पत्र-पत्रिकाओं तथा कई समवेत संग्रहों में प्रकाशित हुईं। 84 वर्ष की उम्र में 
मुरादाबाद स्थित आवास पर उनका निधन हुआ।

याद तुम्हारी जैसे कोई
कंचन-कलश भरे ।
जैसे कोई किरन अकेली
पर्वत पार करे ।

लौट रही गायों के
सँग-सँग
याद तुम्हारी आती
और धूल के
सँग-सँग
मेरे माथे को छू जाती
दर्पण में अपनी ही छाया-सी
रह-रह उभरे,
जैसे कोई हंस अकेला
आँगन में उतरे ।

जब इकला कपोत का
जोड़ा
कँगनी पर आ जाए
दूर चिनारों के
वन से
कोई वंशी स्वर आए
सो जाता सूखी टहनी पर
अपने अधर धरे
लगता जैसे रीते घट से
कोई प्यास हरे ।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें