मंगलवार, 28 फ़रवरी 2023

मनमोहक नृत्य : सुकृति ऐरी / गीत : तेरे बिना.../ फिल्म : गुरु / गीतकार : ग़ुलज़ार

 https://youtu.be/zIrjn2T-NNk   


तेरे बिना...
फिल्म : गुरु (२००६)
गीत : ग़ुलज़ार 
गायन : ए आर रहमान, चिन्मयी श्रीपदा, एवं अन्य  
नृत्य (कवर) : सुकृति ऐरी 

ना जा चाकरी के मारे ना जा सौतन पुकारे सावन आएगा तो पूछेगा ना जा रे फीकी फीकी बेसुआदी
ये रतियाँ काटे रे कटे ना, कटे ना अब तेरे बिना सजना, सजना काटे कटे ना कटे ना, कटे ना तेरे बिना तेरे बिना बेसुआदी, बेसुआदी
रतियाँ, ओ सजना, ओ

तेरे बिना चाँद का सोना खोटा रे पीली पीली धूल उड़ावे झूठा रे तेरे बिना सोना पीतल तेरे संग कीकर पीपल आजा कटें ना रतियाँ

ओ हमदम तेरे बिना क्या जीना तेरे बिना बेसुआदी, बेसुआदी रतियाँ, ओ सजना, ओ रूखी रे ओ रूखी रे, काटे रे कटे ना

ओ हमदम बिन तेरे क्या जीना ओ हमदम बिन तेरे क्या जीना

रविवार, 26 फ़रवरी 2023

के लत बस्यो.../ नेपाली गजल / रचना : डॉ. प्रदीप मैनाली / गायन : तिलक सिंह पेला

 https://youtu.be/OEDTv4zs1Q4 

के लत बस्यो...
रचना : डॉ. प्रदीप मैनाली 
गायन : तिलक सिंह पेला 

के लत बस्यो मलाई, कहिले सुधार हुन्छ 
एक दिन तिमी नबोल्दा, यो दिल बिमार हुन्छ 

साथी रहेछ दुःख, हर पल सवार हुन्छ 
सुख पाहुना रहेछन्, छुटनै हतार हुन्छ

पानी परेर धर्ती आकाश होस् सुन्दर 
धर्ती बनेर तिम्रो के नै बिगार हुन्छ ?

खोला नदी समुन्द्र जे नाम होस् न आखिर 
अस्तित्व राखि राखे मात्रै किनार हुन्छ 


हिन्दी अनुवाद (गूगल से)

मैं तो आदी हूँ, यह कब सुधरेगा?
एक दिन तुम नहीं बोलते, तो यह दिल बीमार हो जाता है।  

दु:ख मित्र है, पल-पल उसकी सवारी होती है
सुख अतिथि है, उसे जाने की जल्दी है

बारिश से धरती और आसमान सुंदर हो जाते हैं 
यदि आप धरती बन जाएँ तो आपका क्या बिगड़ेगा? 

छोटी नदियाँ, नदियाँ, समुन्द्र, जो भी नाम न हो 
उनका अस्तित्व मात्र किनारा है 

शनिवार, 25 फ़रवरी 2023

गुरु नानक सच्चे पातशाह.../ गायन : रज़ा हीर

 https://youtu.be/44QOKOoUKBE 

Guru nanak sache Patshah
गुरु नानक सच्चे पातशाह
(O the true guru Nanakji)
Saanu Eka te tafaqde
सानू एका ते तफ़ाक़ दे
(All of us are same to you)
Pyar mohabbat pakde
प्यार मोहब्बत पाक दे
(You bestow upon us Love and love)
Rozi rizak razakade
रोज़ी रिज़क रज़ाक दे
(You provide us wealth and contentment)
Kuj Paani sucha kafde
कुछ पानी सुच्चा साफ दे
(Some of the pure water)
Kusch Baani da pratapde
कुछ बानी दा प्रताप दे
(And glory of your sweet words)
Ann daate nu Insaffde
अन्न दाते नू इंसाफ़ दे
(O please provide us with justice)
Kuch mat pat hawale aapde
कुछ मत पत हवाले आप दे
(And please give us some good teachings)

Guru nanak sache patshah
गुरु नानक सच्चे पातशाह
(O true King Nanak)
Saanu baksh de
सानू बख़्श दे
(Please let us go free from bondage)
Kar maf de
कर माफ़ दे
(Please forgive us)
Guru nanak sache patshah
गुरु नानक सच्चे पातशाह
Saanu baksh de
सानू बख़्श दे
Kar maf de
कर माफ़ दे

Mazdooran nu majdooriyan
मज़दूरां नू मज़दूरियाँ
(Workers should get their daily work)
de sab nu sabar sabooriyan
दे सब नू सबर सबूरियाँ
(Please teach us all virtue of patience)
Kar nek Muradan pooriyan
कर नेक मुरादां पूरियां
(You fulfill desires and wishes of many)
Maja te gavan Booriyan
माजा ते गावां बूरियाँ
(There are brown color cows and buffaloes)
Dudh Giyo Japji da jaapde
दूध घियो जपजी दा जाप दे
(That provide Ghee and milk and we thank you for it)
Hath zor tusan nu akhde
हाथ जोर तुसां नू अखदे
(We are asking you with folded hands)

Saanu baksh de
सानू बख़्श दे
(Please free us from bondage)
Kar maf de
कर माफ़ दे
(Please forgive us)
Saanu baksh de
सानू बक्श दे
Kar maf de
कर माफ़ दे

Asin kalyugi jee sansar de
असीं कलयुगी जी संसार दे
(We are the generation of Kalyug)
te bhare paye Ahenkar de
ते भरे पये अहंकार दे
(And are full of Ego)
Nidiya, chugli te tohmata
निंद्या,चुगली ते तोहमता
(talking bad, talking bad about people
behind their back and blaming others )
wich takran phirde mard
विच तकरां फिरदे मर्द
(is our mode of daily living)
Tusi lakhan dunia taarti
तुसी लाखन दुनिया तारी
( You have given solace to many)
Iss mar jaane nu vi taarde
इस मरजाने नू वी तार दे
(Please do the same for me " humble beig)
Iss mar jaane nu vi taarde
इस मरजाने नू वी तार दे
Eih saari dunia taarde
एह सारी दुनिया तार दे
(Please do the same for this entire world)

गुरुवार, 23 फ़रवरी 2023

कुट कुट बाजरा मैं.../ पारम्परिक पंजाबी लोकगीत / गायन : सुरिंदर कौर, प्रकाश कौर

 https://youtu.be/CAypPiSAutA 

कुट कुट बाजरा मैं कोठे उत्ते पानियाँ 
हाय माँ  मेरिये मैं कोठे उत्ते पानियाँ 
हाय वे मेरिया हाणिया मैं कोठे उत्ते पानियाँ 
आण गे काग उड़ा जाण गे 
सानू दूंड़ा पुवाड़ा पा जाण गे 

दिने वी लड़दा ए राती वी लड़दा ए 
हाय माँ मेरिये दिने वी लड़दा ए
हाय वे मेरे हाणिया तू दिने क्यों लड़दा ए 
पाणी शरीका दा ढोवेंगा 
पेके तुर गयी ते बेह के रोवेगा 

मंगलवार, 21 फ़रवरी 2023

चटकीलो चटक रंग राधा पे, कान्हा ने दीनो डार.../ गायन : महावीर भगत

 https://youtu.be/F8Cnc0m8jO8 


चटकीलो चटक रंग राधा पे, 
कान्हा ने दीनो डार। 

रंग भर पिचकारी मारी है 
राधे की आब बिगरी है 
नैनन पे रंग दियो डार 
चटकीलो चटक रंग राधा पे, 
कान्हा ने दीनो डार। 

रविवार, 19 फ़रवरी 2023

नदी नारे ना जाओ श्याम पैयाँ पडूँ.../ फिल्म : मुझे जीने दो (१९६३) / गीत : साहिर लुधियानवी / गायिका : आशा भोंसले

 https://youtu.be/74cwV1NIxo0  

नदी नारे ना जाओ श्याम पैयाँ पडूँ...

फिल्म : मुझे जीने दो (१९६३)
गीतकार : साहिर लुधियानवी
संगीतकार : जयदेव
गायिका : आशा भोंसले

नदी नारे
हो नदी नारे न जाओ श्याम पइयाँ पडूँ
नदी नारे न जाओ श्याम पइयाँ पडूँ

पइयाँ पडूँ श्याम पइयाँ पडूँ
पइयाँ पडूँ श्याम पइयाँ पडूँ
नदी नारे न जाओ श्याम पइयाँ पडूँ

नदी नारे जो जाओ तो जइबे करो
नदी नारे जो जाओ तो श्याम
नदी नारे हाय नदी नारे 
नदी नारे जो जाओ तो जइबे करो
जइबे करो
बिच धारे न न न
बिच धारे न जाओ श्याम पइयाँ पडूँ
बिच धारे न जाओ श्याम पइयाँ पडूँ
बिच धारे न जाओ श्याम पइयाँ पडूँ
तोरे पइयाँ पडूँ
बिच धारे न जाओ श्याम पइयाँ पडूँ

बिच धारे जो जाओ
बिच धारे जो जाओ तो जइबे करो
जइबे करो श्याम जइबे करो 
बिच धारे जो जाओ तो
उस पारे
उस पारे न जाओ श्याम पइयाँ पडूँ
उस पारे न जाओ श्याम पइयाँ पडूँ
उस पारे न जाओ श्याम पइयाँ पडूँ

मंगलवार, 14 फ़रवरी 2023

येरी साँवरो चपल चित चोर रे.../ रचना : सद्गुरु मुक्तानंद स्वामी (१७५८-१८३०) / गायन : आदित्य आप्टे

 https://youtu.be/JIgM_4Qljzw

येरी साँवरो चपल चित चोर रे...

रचना : सद्गुरु मुक्तानंद स्वामी (१७५८-१८३०)
राग : जौनपुरी
ताल : अड़ा चौताल
गायन : आदित्य आप्टे

येरी साँवरो चपल चित चोर रे।
औरन से तुम जाय लुभाये, क्यों हमसे अब जाय बिछोर रे।
काहे लीनो चित चोर हमारो, अब तो करूँ तेरे पीछे दौर रे।
ललचाय छाँड़ दिए तुम सैयां, ऐसो कहाँ सीखे राज कुनोर रे।
मुक्तानंद के प्रान से प्यारा, मोरे तुम नटवर धर्मकिशोर रे।

Transliteration and Transaltion
Yeri Sanwro Chapal Chitt Chor re...
Hey Beloved, the one with alluring looks!
You have instantaneously stolen my heart. Auranse Tum Jaay lubhave, kyu humse ab jaay bichor re...
You intentionally attend to others prayers and calls;
however, you knowingly neglect us. Kahe lino chitt chor hamaro, abto karu teri picche dor re...
Why have you stolen my heart in the first place?
Now we cannot remain separated from You! Lalchai chhand diye tum saiya, eso kaha sikhe raaj kunor re...
Firstly, you made us fall in your love and now you are ignoring us.
Where have you learnt such misbeahviour? Muktanand ke praanse pyaara, more tum natvar Dharmkishor re...
Muktanand Swami says that in spite of all such loving complains,
You are mine and more dear to me than my life; You are the master
of all actors, the son of Dharmadev (Bhagwan Swaminarayan)!

रविवार, 12 फ़रवरी 2023

चली कौनसे देश गुजरिया तू सज-धज के.../ फिल्म : बूट पॉलिश (१९५४) / गीतकार : शैलेन्द्र / गायक : आशा भोंसले, तलत महमूद

https://youtu.be/tUgDuvdkmbk  

गीत : चली कौनसे देश गुजरिया तू सज-धज के...

फिल्म : बूट पॉलिश (१९५४)
संगीतकार : शंकर - जयकिशन
गीतकार : शैलेन्द्र
गायक : आशा भोंसले, तलत महमूद

चली कौनसे देश गुजरिया तू सज-धज के
चली कौनसे देश गुजरिया तू सज-धज के

जाऊँ पिया के देश ओ रसिया मैं सज-धज के
जाऊँ पिया के देश ओ रसिया मैं सज-धज के

चली कौनसे देश गुजरिया तू सज-धज के 

छलकें मात-पिता की अँखियाँ 
रोवे तेरे बचपन की सखियां 
भैया करे पुकार हो 
भैया करे पुकार, न जा घर-आंगन तज के 

जाऊँ पिया के देश ओ रसिया मैं सज-धज के 

चली कौनसे देश गुजरिया तू सज-धज के 

दूर देश मेरे पी की नगरिया
वो उनकी मैं उनकी संवरिया
बांधी लगन की डोर हो 
बांधी लगन की डोर, मैंने सब सोच-समझके 
जाऊँ पिया के देश ओ रसिया मैं सज-धज के 

चली कौनसे देश गुजरिया तू सज-धज के 

दो दिन जग में धूम मचायें
जा के कोई वपस न आये
खोज खोज थक जायें हो
खोज खोज थक जायें, दो नैना चाँद सुरज के

जाऊँ पिया के देश ओ रसिया मैं सज-धज के

चली कौनसे देश गुजरिया तू सज-धज के

रविवार, 5 फ़रवरी 2023

आये गिरिधर द्वारे मेरे गोरी.../ महाराजा स्वाति तिरुनाल कृति / गायन : कु. सिवस्री स्कन्दप्रसाद

 https://youtu.be/jrv1Bvsf4kg  

पल्लवी 
आये गिरिधर द्वारे मेरे गोरी 
चरणं १ 
अञ्जन अधर, ललाट महावर, नयन उनींदे चल आये 
रैन समय प्रभु छल-बल करि के कौन त्रिया कू बिरमाये 
चरणं २ 
बिन गुन माल विराजत हिय में दृढ़ गलबैयाँ सुख पाए  
ब्रज नारी कू बंचन करके कैसे प्रीतम सुख पाए 
चरणं ३ 
सोलह सिंगार करि फूलन के हार लिए विविध सुगंध से मन भाए 
बैठी थी, मो मन के साथी कुमुद सरोवर कुम्हलाये
चरणं ४ 
सुख के कारन, दुःख के निवारन मधुवन मुरली धुन गाये 
पद्मनाभ प्रभु फणि पर शायी कोटि मयन तन छवि छाये 
Meaning
Oh, Gori! white complexioned! 
Lord Giridhar came to my doorsteps!
He has come with sleepless eyes with 
the dried collyrium on his lips and 
with Mahabur on his forehead.  
Who knows about how he tempted 
a lady the previous night and left her
in the lurch.  
On his chest lies the thread of the 
garland, which shows that he had 
been in a tight embrace before 
coming here.
How can he be happy by jilting 
the love of the damsel from the 
land of Vraj!  
I had taken great pains to dress up 
for him and was waiting with a 
garland of exotic hued flowers!  
I had anointed myself with a great 
many fragrant perfumes.  
My dear, the lotus of the pond had 
wilted still he did not come.
He played on the flute, the melody 
of that gave me happiness and relief 
from misery.  
He, the lord Padmanabha, reclining 
on the serpent, has the beauty of 
crores of Cupids.

शुक्रवार, 3 फ़रवरी 2023

नमो नारायणाय नमो.../ अन्नमाचार्य कीर्तन / गायन : सौजन्या एवं अनिल

https://youtu.be/UZX6TonWX3o 

 

पल्ल्वी

।। नमो नारायणाय नमो सगुण ब्रह्मणे 

सर्व पारायणाय शोभनमूर्तये।।

Salutation to Narayana the supreme self. 
Recite his name always. 
He is the most auspicious deity.

चरणं
 ।। नित्याय विबुध संस्तुत्याय। 
नित्याधिपत्याय मुनिगण प्रत्ययाय। 
सत्याय प्रत्यक्षाय सन्मानस सां। 
गत्याय जगदवन कृत्यायते नमो।।

He is eternal. The wise praise him. 
He is the supreme ruler of the universe. 
Sages adore him. He is the truth and is 
omnipresent. He dwells in pious minds. 
He is the protector of the world. 
Salutation to him.

चरणं 
।। करिराज वरदाय कौस्तुभाभरणाय। 
मुरवैरिने जगन्मोहनाय।
तरुणेंदुकोटीर तरुणी मनस्तोत्र। 
परितोष चित्ताय परमायते नमो ।।

He rescued Gajendra. He adorns 
Koustubha gem. 
He destroyed demon Mura. 
He fascinates the entire universe. 
He is the diadem of the world. 
Young Gopikas sang his praise heartily. 
He is ever blissful. He is Supreme. 
Salutation to him.

चरणं 
।। पात्रदानोत्सव प्रथितवेंकटराय। 
धात्रीश कामितार्थप्रदाय। 
गोत्रभिमानी रुचिर गात्राय रविचंद्र। 
नेत्राय शेषाद्रिनिलयायते नमो।।

He is known as rewarder of the 
deserved. He is the Lord of the 
world. He fulfills our desires. 
He is the gem of the world. 
The sun and the moon are his eyes. 
His abode is Seshadri. Salutation to him.

बुधवार, 1 फ़रवरी 2023

मत सोच मुसाफिर रे राम करे सो होवे... / गायन : अनिल नागौरी

 https://youtu.be/g00-b-QVjEM  


मत सोच मुसाफिर रे,राम करे सो होवे।
कोई सौवे सुख की नींदा, कोई झुर झुर रोवे रे। 
मत सोच मुसाफिर रे,राम करे सो होवे।। 
धर्मी कर्मी नेमी धेमी, तूं बड़भागी भारी।
महल मालिया बाग बगीचों,खुशियां री फुलवारी।
नार सुपातर सुंदर बेटो, गूंज रही किलकारी।
सगा संबंधी से ना पूरे, चोखी करनी थारी।
सुख को सूरज चमके२,मेहर दाता की होवे रे।
कोई सौवे सुख की नींदा, कोई झुर झुर रोवे रे। 
मत सोच मुसाफिर रे,राम करे सो होवे।। 
कुन की नजर लगी है घर में, समय बुरो यो आयो।
पतझड़ आगी पालो पडग्यों, हरयों भरयों मुरझायो।
काल थी आंगन खुशी की किरणा, आज अंधेरों छायों।
बुरे बखत री मार जगत में, रोक नहीं कोई पायो।
जद बाड़ खेत ने खाय, खेत रो के होवे।
कोई सौवे सुख की नींदा, कोई झुर झुर रोवे रे।
मत सोच मुसाफिर रे,राम करे सो होवे।। 
हंसो छोड़ चालयों काया ने, वो पड़ी रह जावे।
स्वार्थ का सब नाता रिश्ता, दो गज ज़मीं ना पावे।
बेटो बिल्खे फाटे छाती, भायड़ कह मत जावे।
रोक सके रे कोई किन्ने, सेट्टो एक दिन आवे। 
माटी मिले माटी में, माटी ने क्यूं रोवे।
कोई सौवे सुख की नींदा, कोई झुर झुर रोवे रे।
मत सोच मुसाफिर रे,राम करे सो होवे।। 
मत सोच मुसाफिर रे,राम करे सो होवे।
कोई सौवे सुख की नींदा, कोई झुर झुर रोवे रे।।