मंगलवार, 29 जुलाई 2025

हरे रामा रिमझिम बरसे पनिया झूले राधा रनिया.../ गायन : मैथिली ठाकुर

https://youtu.be/czYP11w9Ruw  


की हरे रामा रिमझिम बरसे पनिया
झूले राधा रानिया रे हारी

घिर आये घुमड़ घनकारे,
परे रिमझिम बून्द फुहारे।
हरे रामा चमक रही दामिनिया
की झूले...

गर सोहे मोतियन माला,
अंग अंग में भूषण निराला।
अरे रामा कमर पड़ी करधनिया
की झूले...

उ झूले सुमन हिंडोला,
बिन दाम लेत मनमोला।
हरे रामा मंद मंद मुस्कनिया
की झूले...

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