शुक्रवार, 29 दिसंबर 2023

दुनिया किसी के प्यार में जन्नत से कम नहीं.../ गीत रचना : दुखी प्रेम नगरी / गायन : सज्जाद अली

 https://youtu.be/ak8EALybEtw?si=RU8vEaIfZCkdZQfS  


बुलबुल ने गुल से गुल ने बहारों से कह दिया
एक चौदवीं के चाँद ने तारों से कह दिया

बुलबुल, Bul-bul: Nightingale
गुल, Gul: Rose, Flower, Ornament, Brand
बहार, Bahaar: Bloom, Beauty, Glory, Delight, Elegance, Enjoyment, Fine Landscape, Flourishing State, Prime, Spring
चौदवीं-की-चाँद, Chaudviin-ki-chaand: Full Moon

दुनिया किसी के प्यार में जन्नत से कम नहीं
एक दिलरुबा है दिल में जो हूरों से कम नहीं

जन्नत, Jannat: Eden, Garden, Heaven, Paradise
रुबा, Rubaa: One Who Steals and Runs Away
दिल-रुबा, Dil-rubaa: One who steals the heart
हूर, Hoor: Virgin Of Paradise, Nymph, Beauty

तुम बादशाह-ए-हुस्न हो हुस्न-ए-जहान हो
जान-ए-वफ़ा हो और मोहब्बत की शान हो
जलवे तुम्हारे हुस्न के तारों से कम नहीं

बादशाह, Baadshah: Emperor, Kaiser, King, Monarch
हुस्न, Husn: Attractiveness, Beauty, Elegance, Loveliness
जहां, Jahaan: The World, Where, Whither
वफ़ा, Wafa: Fulfilling A Promise, Fulfillment, Fidelity, Faithful, Sincerity, Sufficiency
शान, Shaan: Dignity, Elegance, Eminence, Glory, Grandeur
जलवा, Jalwa: Luster, Splendor, Display, Show

भूले से मुस्कुराओ तो मोती बरस पड़ें
पलकें उठाके देखो तो कलियाँ भी हंस पड़ें
खुशबू तुमारे ज़ुल्फ़ की फूलों से कम नहीं

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