rashmi rekh
मंगलवार, 15 मार्च 2016
मेरे द्वारे बिखरा वसंत ...
मेरे द्वारे बिखरा वसंत ...
-अरुण मिश्र
भू पर फिर से उतरा वसंत।
स्वर्णाभ पीत निखरा वसंत।
मन में , जीवन में रस भरने,
मेरे द्वारे बिखरा वसंत।।
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