Sung by Pandit Raghunath Panigrahi. Pandit Raghunath Panigrahi (1932-2013) is a legend. Famous Indian classical singer and Music Director. A noted vocalist of Gita Govinda, he left a promising career in film music in Chennai, to provide vocal support in his wife, a legendary Odissi danseuse Sanjukta Panigrahi's performances. He has lifetime contribution towards promoting, propagating and popularising the life and works of Shri Jayadeva, messages of Geeta Govinda and the cult of Lord Jagannatha. ॥ गीतम् ११ ॥
रतिसुखसारे गतमभिसारे मदनमनोहरवेशम् ।
न कुरु नितम्बिनि गमनविलम्बनमनुसर तं हृदयेशम् ॥ धीरसमीरे यमुनातीरे वसति वने वनमाली
गोपीपीनपयोधरमर्दनचञ्चलकरयुगशाली ॥ १॥
नाम समेतं कृतसंकेतं वादयते मृदुवेणुम् ।
बहु मनुते ननु ते तनुसंगतपवनचलितमपि रेणुम् ॥ २॥
पतति पतत्रे विचलति पत्रे शङ्कितभवदुपयानम् ।
रचयति शयनं सचकितनयनं पश्यति तव पन्थानम् ॥३॥
मुखरमधीरं त्यज मञ्जीरं रिपुमिव केलिसुलोलम् ।
चल सखि कुञ्जं सतिमिरपुञ्जं शीलय नीलनिचोलम् ॥ ४॥
उरसि मुरारेरुपहितहारे घन इव तरलबलाके ।
तडिदिव पीते रतिविपरीते राजसि सुकृतविपाके ॥ ५॥
विगलितवसनं परिहृतरसनं घटय जघनमपिधानम् ।
किसलयशयने पङ्कजनयने निधिमिव हर्षनिदानम् ॥ ६॥
हरिरभिमानी रजनिरिदानीमियमपि याति विरामम् ।
कुरु मम वचनं सत्वररचनं पूरय मधुरिपुकामम् ॥ ७॥
श्रीजयदेवे कृतहरिसेवे भणति परमरमणीयम् ।
प्रमुदितहृदयं हरिमतिसदयं नमत सुकृतकमनीयम् ॥ ८॥ *
श्री लक्ष्मी-गणेश जी की पहली एवं एकमात्र उपलब्ध, संयुक्त आरती। दीपावली पर दोनों की संयुक्त पूजा में उपयोगार्थ सप्रेम भेंट। माँ लक्ष्मी एवं भगवान गणेश सभी पर कृपालु हों।
ख़बरम रसीद इम शब ... - अमीर ख़ुसरो भावानुवाद - अरुण मिश्र Khabaram raseeda imshab ke neggaar khuah-e aamad. Sar-e man fidaa-e raah-e ke sawaar khuah-e aamad. है खबर मिली कि, इस शब, महबूब यार आवे। सर राह में बिछा दूँ, जिस रह, सवार आवे। Hama ahwaan-e sahra sar-e khud nihada bar kaf, Ba-umeed-e aanke rooz-e ba shikar khuahi aamad. सहरा के सारे आहू, लिए हाथों में सर अपने करें इंतज़ार, कब वो करने शिकार आवे। Kashish_e ki ishq daarad naguzaradat badinsaa; Ba-janazah gar nayai ba-mazaar khuahi aamad. ये इश्क़ की कशिश है, लेने न चैन देगी जो जनाज़े में न आये तो जहाँ मज़ार, आवे।
Ba labam raseeda jaanam tu biya ke zinda maanam. pas az-aan ke man na-maanam ba chee kar khuahi aamad.
जां है लबों पे आयी
तू आ कि रहूं ज़िंदा जब मैं ही न रहूँगा फिर कौन क़ार आवे।