रविवार, 25 जून 2023

आशियाने की बात करते हो.../ शायर : जावेद क़ुरैशी / गायन : प्रियंका बर्वे

 https://youtu.be/toK3KLzVjD8

आशियाने की बात करते हो...

आशियाने की बात करते हो
दिल जलाने की बात करते हो

सारी दुनिया के रंज-ओ-ग़म  दे कर
मुस्कुराने की बात करते हो

(रंज = कष्ट, दुःख, आघात, पीड़ा)

हम को अपनी ख़बर नहीं यारों 
तुम ज़माने की बात करते हो

ज़िक्र मेरा सुना तो चिढ़ के कहा
किस दीवाने की बात करते हो

हादसा था गुज़र गया होगा
किसके जाने की बात करते हो

रस्म-ए-उल्फ़त, ख़ुलूस, तर्ज़-ए-वफ़ा 
किस ज़माने की बात करते हो

(रस्म-ए-उल्फ़त = प्रेम/ स्नेह की परम्परा), 
(ख़ुलूस = सरलता और निष्कपटता, सच्चाई, निष्ठा), 
(तर्ज़-ए-वफ़ा = वफ़ा की रीति/ ढंग)

सोमवार, 19 जून 2023

सोमनाथ महादेव भोळीया करुं तमारी सेव.../ महादेव की आरती / गायन : अल्पा पटेल

https://youtu.be/kXKVfzjDkds  

महादेव की आरती रचना : तखतदान रोहड़िया (दान अलगारी) गायन : अल्पा पटेल

सोमनाथ महादेव भोळीया करुं तमारी सेव
जटामां वसे मात गंगेव पतितने पावन करती
सोमनाथ महादेव भोळिया करुं तमारी सेव
जटामां वसे मात गंगेव पतितने पावन करती
पार्वतीना पति खोडले रमे गुननो पति
जाप नित जपे जती ने सती
आरती रोज उतरती
हर हर महादेव भोळिया
हर हर महादेव
हर हर महादेव भोळिया
हर हर महादेव

हे काळ तणा छो काळ
काळ तणा छो काळ कंठ मां झूली रह्या कंकाल
अंग पर रमे विखंधर व्यद मणिधर मनियल काळा
काळ तणा छो काळ कंठ मां झूली रह्या कंकाल
अंग पर रमे विखंधर व्यद मणिधर मनियल काळा
गरल धरण नीलकंठ धतुरा भांग त्रिपट आ कंठ
निशाचर भूत प्रेतना चंट भयंकर भुरी लताडा
हर हर महादेव भोळिया
हर हर महादेव
हर हर महादेव भोळिया
हर हर महादेव

जटाटवीगलजजलप्रवाह पावितस्थले
गलेवलंब्य लंबीता भुजंग तुंगमांलिकाम?
डमड् डमड् डम निनादवड्डमर्वयं
चकार चंडतांडवं तनोतु नमः शिव शिवम
हर हर महादेव भोळिया
हर हर महादेव
हर हर महादेव भोळिया
हर हर महादेव

हे निर्मल जळ नी धार
निर्मल जळ नी धार धरे कोई बीलीपत्र उपहार
शिवाय ૐ नमहः करे उच्चार ध्यान शंकर नो धरे
निर्मल जळनी धार धरे कोई बीलीपत्र उपहार
शिवाय ૐ नमहः करे उच्चार ध्यान शंकर नो धरे
धर्म अर्थ ने काम मोक्ष सह चारु फळ ने शाम
शदा शिव हाम दाम ने थाम समर्पे सेवक द्वारे
हर हर महादेव भोळिया
हर हर महादेव
हर हर महादेव भोळिया
हर हर महादेव

हे स्थान भूमि श्मशान
स्थान भूमि श्मशान दुर्जटि धरे अलखरो ध्यान
दिगंबर महादेव भगवान अजनमां अकळ अनुपम
स्थान भूमि श्मशान दुर्जटि धरे अलखरो ध्यान
दिगंबर महादेव भगवान अजनमां अकळ अनुपम
देव दैत्य ने नाग मानवी कोईना पामे ताड
अजरवर तारा गुनालाय थाय समर्पे शंभु दम दम
हर हर महादेव भोळिया
हर हर महादेव
हर हर महादेव भोळिया
हर हर महादेव

जटाकटाहसंभ्रम भ्रमननिलिम्पनिर्जरी
विलोलवीचीवल्लरी विराजमानामूर्धनि
धगदधगदधगज्जवल ललाटपटटपावके
किशोराचंद्र शेखरे रतीः प्रतिक्षणां मम
हर हर महादेव भोळिया
हर हर महादेव
हर हर महादेव भोळिया
हर हर महादेव

हे जटा जुत में चंद्र
हा जटा जुत में चंद्र त्रिलोचन अगन जाळ पर चंट
त्रिशुल पर डमरु डार्क बजंत वास कैलाश निवासी
जटा जुत में चंद्र त्रिलोचन अगन जाळ पर चंट
त्रिशुल पर डमरु डार्क बजंत वास कैलाश निवासी
भव हर भवरां नाथ सधारा साथ वाळा सम्राट
अधरू हर अनाथ हांडा नाथ ताड तल भवंरी
हर हर महादेव भोळिया
हर हर महादेव
हर हर महादेव भोळिया
हर हर महादेव

हे चले चौद ही लोक
हा चले चौद ही लोक पुकारत नाम मिटे सब शोक
चरित बंचय जगत रे चोक के जय हो पिनाक पाणी
चले चौद ही लोक पुकारत नाम मिटे सब शोक
चरित बंचय जगत रे चोक के जय हो पिनाक पाणी
अलगारी उछरंग धरी गन गाय करी मन चंट
राखीए नाथ त्रिलोकी रंग वळट नित विमल वाणी
हर हर महादेव भोळिया
हर हर महादेव
हर हर महादेव भोळिया
हर हर महादेव

धराधरेंद्रनंदिनी विलासबंधुबंधूर
स्फ्रुरदिगंतसंतति प्रमोदमानमानसे
कृपाकटाक्ष धोरणी निरुद्धदुर्धदुर्धरापदि
कवचिदीगंबरे मनो विनोदमेतुं वस्तुनी
हर हर महादेव भोळिया
हर हर महादेव
हर हर महादेव भोळिया
हर हर महादेव

सोमनाथ महादेव भोळीया करुं तमारी सेव
जटामां वसे मात गंगेव पतित ने पवन करती
सोमनाथ महादेव भोळिया करुं तमारी सेव
जटामांवसे मात गंगेव पतित ने पवन करती
पार्वतीना पति खोडले रमे गुननो पति
जाप नित जपे जती ने सती
आरती रोज उतरती
हर हर महादेव भोळिया
हर हर महादेव भोळिया.

रविवार, 11 जून 2023

मरीज़-ए-इश्क़ का क्या है.../ गीतकार : डॉ. सफी हसन / गायन : राहुल देशपाण्डे

 https://youtu.be/61HAukaQEXU


मरीज़-ए-इश्क़ का क्या है जिया जिया न जिया
है एक साँस का झगड़ा लिया लिया ना लिया

बदन ही आज अगर तार-तार है मेरा
तो एक चाक़-ग़रीबां सिया सिया ना सिया
ये और बात के तू हर रहे-ख़याल में है
के तेरा नाम ज़ुबाँ से लिया लिया ना लिया

मेरे ही नाम पे आया है जाम महफ़िल में
ये और बात के मैंने पिया पिया ना पिया

शनिवार, 3 जून 2023

कभी तो खुल के बरस.../ शायर : प्रेम वार्बरतोनी / गायन : चित्रा सिंह

https://youtu.be/jX--0DT2yu8 

कभी तो खुल के बरस अब्र-ए-मेहरबां की तरह मेरा बजूद हैं जलते हुए मकां की तरह

मैं एक ख़्वाब सही आपकी अमानत हूँ मुझे संभाल के रखिएगा ज़िस्म-ओ-जाँ की तरह कभी तो सोच के वो शख़्स किस क़दर था बुलंद जो बिछ गया तेरे कदमों में आसमां की तरह बुला रहा हैं मुझे फिर किसी बदन का बसंत गुज़र ना जाये ये रुत भी कहीं ख़िज़ाँ की तरह

गुरुवार, 1 जून 2023

तुम आओ तो सही.../ मुमताज़ माज़ी / गायन : चित्रा सिंह

 https://youtu.be/1KVlYRC2Ego  

तुम को हम दिल में बसा लेंगे तुम आओ तो सही

सारी दुनिया से छुपा लेंगे तुम आओ तो सही

एक वादा करो अब हम से बिछड़ोगे कभी

नाज़ हम सारे उठा लेंगे तुम आओ तो सही

बे-वफ़ा भी हो सितमग़र भी जफ़ा-पेशा भी

हम ख़ुदा तुम को बना लेंगे तुम आओ तो सही

राह तारीक़ है और दूर है मंज़िल लेकिन

दर्द की शमएँ जला लेंगे तुम आओ तो सही