मंगलवार, 3 जनवरी 2023

कितनी चाहत छुपाए बैठा हूँ.../ फिल्म हिम्मतवर (१९९६) / प्रस्तुति : वफ़ा अली (दादू)

https://youtu.be/NG1KF59a-q0  

कितनी चाहत छुपाए बैठा हूँ
ये न सोचो कि मुझको प्यार नहीं
कितनी चाहत छुपाए बैठा हूँ
ये न सोचो कि मुझको प्यार नहीं

सारी दुनिया भुलाये बैठा हूँ 
ये न सोचो कि मुझको प्यार नहीं
तुम जो आये हो मेरी दुनिया में
अब किसी का भी इंतज़ार नहीं

तुम जो आये हो मेरी दुनिया में
अब किसी का भी इंतज़ार नहीं
कितनी चाहत छुपाए बैठा हूँ
ये न सोचो कि मुझको प्यार नहीं

शोख़ धड़कन की जवानी तुम हो
अब तो साँसों की रवानी तुम हो
जो लिखी है मेरे ख्यालों ने
खूबसूरत वो कहानी तुम हो
मैं भी सपने सजाये बैठा हूँ 
ये ना कहना के बेक़रार नहीं

कितनी चाहत छुपाए बैठा हूँ
ये न सोचो कि मुझको प्यार नहीं
तुम जो आये हो मेरी दुनिया में
अब किसी का भी इंतज़ार नहीं
सारी दुनिया भुलाये बैठा हूँ 
ये न सोचो कि मुझको प्यार नहीं

चाँद तारों की सुहानी रातें 
कैसे भूलूँगा वो मुलाकातें 
कितनी दिलकश हैं कितनी प्यारी हैं 
याद आती हैं तुम्हारी बातें 
दिल की शम्मा जलाए बैठा हूँ
अब तो खुद पे भी इख़्तियार नहीं
तुम जो आये हो मेरी दुनिया में
अब किसी का भी इंतज़ार नहीं
दिल में तूफ़ां  छुपाए बैठा हूँ
ये न सोचो कि मुझको प्यार नहीं

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