नज़्म
वो शज़र याद हो अगर तुमको.....
-अरुण मिश्र.
हम थे भीगे
किसी कदम के तले।
वो शज़र,
याद हो अगर तुमको,
सिर्फ तुम इतना ही
किया करना,
जब कभी
उसकी राह से गुजरो,
उसको हौले से
छू लिया करना।।
मैं भी
हर बार,
ऐसा करता हूँ।।
*
NAZM
VO SHAZAR YAAD HO AGAR TUMKO.....
-Arun Mishra.
Hum the bheege
Kisee kadam ke tale.
Vo shazar,
Yaad ho agar tumko,
Sirf tum itna hee
Kiya karna,
Jab kabhee
Uskee raah se gujro,
Usko haule se
Chhoo liya karna.
MaiN bhee
Har baar,
Aisaa karta hooN.
*
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