चिड़िया रानी आईं हैं...........
-अरुण मिश्र.
"चिड़िया रानी आईं हैं, मुन्ने को बुलाने।
आओ चलें मुन्ने राजा बारिश में नहाने।
मुन्ना मुश्किल में, भीगूँ तो मम्मी डांटेंगी।
बोलो चिड़िया फिर क्या मैं बनाऊंगा बहाने।।"
* * *
"नन्ही चिड़िया रानी हैं, मुन्ने की सहेली।
मुन्ने बिना कहीं भी न जातीं वो अकेली।
पर जिस दिन न आयें वो, बनायें ये बहाना।
'मुन्ना, मैं तो सुरमा लेने गई थी बरेली'।।"
* * *
"मुन्ने से दूनी बढ़ती मुन्ने की कारस्तानी।
मम्मी-पापा आठों पहर, करते निगरानी।
मुन्ना मुश्किल में, क्या बोले, करे, खेले।
मुन्ने की हर बात ही कहलाती शैतानी।।"
* * *
टिप्पणी : मेरा बेटा जब दो-तीन वर्ष का था तब उसके लिए लिखी गई
लोरियों में से तीन लोरियां, उसके बेटे (मेरे पोते) की तीसरी वर्ष-गाँठ
पर आशीर्वाद एवं मंगलकामनाओं के साथ पोस्ट कर रहा हूँ।-अरुण मिश्र.
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें