https://youtu.be/5Z6aKKuq_RE
माई तेरो चिरजीवो गोविंद ।।
दिन दिन बढ़ो तेज-बल, धन-जन,
ज्यों दूजा को चंद ।।
पालो गोकुल, गोपी, गोसुत
गाएँ गोप सानन्द ।।
हरो सकल भय निज भक्तन को,
नासो सब दुःख-दन्द ।।
हर्षित देखि गोद में अनुदिन
रोहिनि, जसुदा, नन्द ।।
लगो बलाय प्रान प्यारे की,
मम बैननि, हरिचंद ।।
माई तेरो चिरजीवो गोविंद ।।
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