शनिवार, 21 अक्तूबर 2023

भैरवी शतकं / गायन : सूर्य गायत्री

 https://youtu.be/o81d3PvefYo?si=hceHsmMEwXIafne9

भैरवी  शाम्भवी  चंद्रमौलिरबला अपर्णा उमा पार्वती 
काली  हैमवती  शिवा  त्रिनयनी  कात्यायनी  भैरवी
सावित्री  नवयौवना  शुभकारी  साम्राज्य  लक्ष्मी  प्रदा
चिद्रूपी  परदेवता  भगवती  श्री  लिंग  भैरवी
भैरवी  मोहिनी  देवता  त्रिभुवनी  आनन्दसन्दायिनी
वाणी  पल्लव  पानी  वेणु  मुरली  गणप्रिया  लोलिनी
कल्याणी  उदराजा  बिम्बवदना  धूम्राक्षसम्हारिणी
चिद्रूपी  परदेवता  भगवती  श्री  लिंग  भैरवी
भैरवी  रौद्रिणि  भद्रकाली  बगला  ज्वालामुखी  वैष्णवी
ब्राह्मणी  त्रिपुरान्तकी  सुरनता   देदिप्यमानोज्वला
चामुंडा  श्रिता  रक्षा  पोशजननि  दक्षयनि  वल्लवी
चिद्रूपी  परदेवता   भगवती  श्री  लिंग  भैरवी
भैरवी  शूलधानु  कशानगकुशधरी  अर्धेन्दुबिम्बाधरी
वाराही  मधुकैटभ  प्रशमनी  vani रामसेविता
मल्लाध्यसुरा  मुका  दैत्यमथनि  माहेश्वरी  चाम्बिका
चिद्रूपी  परदेवता  भगवती  श्री  लिंग  भैरवी
भैरवी  सृस्टि विनाश  पालनकारी  आर्य  विसंशोभिता
गायत्री  प्रणवाक्षर-अमृतरसः  पुर्नानुसन्धि  करता
औंकारी  विनटसूटार्चितपदा  उत्तंदा  दैत्यापहा
चिद्रूपी  परदेवता  भगवती  श्री  लिंग  भैरवी
भैरवी  शाश्वत  अगमदिविणुता  आर्य  महादेवता
या  ब्रह्मादि  पिपीलीकान्तजननि  या  वई  जगन्मोहिनी
या  पंचा  प्रणवादिरेफजननि  या  चित्कला  मालिनी
चिद्रूपी  परदेवता  भगवती  श्री  लिंग  भैरवी 

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