शुक्रवार, 23 फ़रवरी 2024

शिव ध्यान.../ मंत्र पाठ : श्री अलोपी ओझा जी महाराज

 https://youtu.be/h_Kw70xEprk 

शिव ध्यान

चैतन्यं मनं मनं मनमनं
मानं मनं मानसम!
माया ज्वार धवं धवं धव
धवं धावं धवं माधवं
स्वाहा चार चरम चर चरम
चारम चरम वाचरम
वैकुंठाधिपते भवं भवभवं
भावंभवं शांभवं!!

चैतन्यं सुमनं मनं मनमनं मानं मनं वामनं!
विश्वासार सरं सरं सरसरं सारं सरं वासरं!!
मायाजाल धवं धवं धवधवं धावं धवं माधवं l
वैकुंठाधिपते भवं भवभवं भावंभवं शांभवं!!

चैतन्य स्वरूप का मन से मनन करने वाले मनका स्वरूप मान को माननेवाले वामन और समस्त संसार को बसाने वाले समस्त मायाजाल को ध्वस्त करके पुनः धारण करने वाले माधव वैकुण्ठका आधिपत्य कर्ता विष्णु, और शिव चैतन्य रूप एक् हि है।।

                  ।। हर हर महादेव ।।

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