सीता-नवमी पर विशेष :
https://youtu.be/egLSFNPFUpk
जय मैथिली, धरनी-सुता, सिया, जनक-तनया, जानकी।
जय भूमिजा, जनकात्मजा, प्राणप्रिया श्री राम की ।।
माण्डवी-उर्मिला भगिनी, अग्रजा श्रुतिकीर्ति की।
सुनयना-मिथिलेश कन्या, अंक रघुवर वाम की ।।
जय भूमिजा, जनकात्मजा, प्राणप्रिया श्री राम की ।।
माण्डवी-उर्मिला भगिनी, अग्रजा श्रुतिकीर्ति की।
सुनयना-मिथिलेश कन्या, अंक रघुवर वाम की ।।
दशरथ-कौशल्या की पुत्रवधू, जन्मदा लव-कुश की।
भारत-लक्ष्मण भातृ-पत्नी, वरप्रदा हनुमान की।
शत्रुघन की प्यारी भाभी, अवध-मिथिला शान की।
सुमन तिरहुत के चमन की, माला अयोध्या-धाम की।।
लक्ष्मीनिधि की दुलरी बहना, कुशध्वज की भातृजा।
अनुज माधव ज्ञान वर्धिनि, नाशिनी अज्ञान की।।
माँ मैथिली !
माँ जानकी !!
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