https://youtu.be/nHYSIFdFccE
धोबिया, मेरा मैल छुड़ा दे,
जनम-जनम की मैली चादर,
उजली कर पहना दे,
धोबिया, मेरा मैल छुड़ा दे,
धोबिया, मेरा मैल छुड़ा दे।
ऐसा धोबी पाट लगना,
धूल जाये मेरा ताना-बाना,
ध्यान की साबुन, प्रेम का पानी,
अपने करुणा कर से लगाना,
ऐसी निर्मल करना इसको,
जो इसे राम मिला दे।
सारे दाग मिटाना इसकी,
परत-परत इसकी सुलझाना,
तार-तार को शीतल करना,
लौट कर फिर पड़े न आना,
धीरज की इसे धुप लगाकर,
ज्यो की त्यों लौटा दे।
जनम-जनम की मैली चादर,
उजली कर पहना दे,
धोबिया, मेरा मैल छुड़ा दे,
धोबिया, मेरा मैल छुड़ा दे।
ऐसा धोबी पाट लगना,
धूल जाये मेरा ताना-बाना,
ध्यान की साबुन, प्रेम का पानी,
अपने करुणा कर से लगाना,
ऐसी निर्मल करना इसको,
जो इसे राम मिला दे।
सारे दाग मिटाना इसकी,
परत-परत इसकी सुलझाना,
तार-तार को शीतल करना,
लौट कर फिर पड़े न आना,
धीरज की इसे धुप लगाकर,
ज्यो की त्यों लौटा दे।
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