https://youtu.be/EWO62krgQ5A
कैसे सुकून पाऊँ तुझे देखने के बाद
अब क्या ग़ज़ल सुनाऊं तुझे देखने के बाद
आवाज़ दे रही है मेरी ज़िन्दगी मुझे
जाऊं के या न जाऊं तुझे देखने के बाद
तेरी निगाह-ऐ-मस्त ने मख़मूर कर दिया
क्या मैकदे को जाऊं तुझे देखने के बाद
नज़रों में ताब-ऐ-दीद ही बाक़ी नही रही
किस से नज़र मिलाऊँ तुझे देखने के बाद
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