https://youtu.be/JPqmNw6xVts
प्रसंग
शिव-विवाह में शिव की बारात में
द्वार-पूजा के पूर्व का दृश्य है, जब
पार्वती के द्वार पर नगर के पुरवासी
दूल्हे को देखने के लिए भारी संख्या
में आ रहे हैं।
द्वार-पूजा के पूर्व का दृश्य है, जब
पार्वती के द्वार पर नगर के पुरवासी
दूल्हे को देखने के लिए भारी संख्या
में आ रहे हैं।
हरदम बोलऽ शिव, बम-बम बम-बम॥टेक॥
कर त्रिशुल बँसहा पर शंकर।
डमरु बाजत बाटे, डम-डम डम-डम॥ हरदम...
मुख में पान न भांग चबावत।
दसन बिराजत बा चम-चम चम-चम॥ हरदम...
पुरबासी निरखन बर लागे।
नारी-पुरुष सब खम-खम खम-खम॥ हरदम...
नाई ‘भिखारी’ कहब कब तक ले।
जब तक रही तन दम-दम दम-दम॥ हरदम...
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