बुधवार, 5 अप्रैल 2023

आधी-आधी रतिया के कुंहके कोयलिया.../ भोजपुरी पुरबी विरह गीत / रचना : स्वर्गीय महेन्दर मिसिर / गायन : चन्दन तिवारी

 https://youtu.be/zbULYoW-NoY 

आधी आधी रतिया के,
कुहके कोयलिया,
हाय राम !
राम बैरनिया रे भईले ना...
मोरा आँखिया के नीनिया।
राम बैरनिया भईले ना...

पिया परदेसिया,
ना पतिया पेठवलन ;
हाय राम !
राम अनेरिया भइले ना...
मोरा छतिया के कोरिया।

पुरुबा के देसवा गइले,
मतिया मरइले ;
निरमोहिया भइले ना...
कान्हा दगा देके गइले,
निरमोहिया भइले ना...

कहत महेन्दर मिसिर, 
कवन चूक भइलें ;
हो राम !
राम अन्हेरिया लागे ना... 
मोरा घरवा दुअरवा।  

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