रविवार, 8 नवंबर 2020

काला डोरिया कुंडे नाल अड़ीया ए ओये.../ पारम्परिक पंजाबी लोक गीत / सोनिया अरोरा

 https://youtu.be/y035JPuf028

काला डोरिया : काले रंग का झब्बा/परांदा/बालों को गूंथने के लिए कॉटन 
या सिल्क की कृतिम चोटी।
कुंडे : दरवाजे की कुण्डी/चिटकनी
अड़िया : अटकना
देवरा : देवर 
लड़ियाँ : देवर के साथ चुहलबाजी वाली लड़ाई। 
पलाई : तुम्हे दूर देस को जाना है।

काला डोरिया कुंडे नाल अड़ीया ए ओये 
के छोटा देवरा भाभी नाल लड़िया ए ओये
(इस पंजाबी लोकगीत में देवर और नवविवाहित स्त्री की नोक झोंक को 
दर्शाया गया है। नव विवाहिता को सजने का शौक चढ़ा रहता है 
इसलिए जब वह चोटी के परांदे को बना कर निकलती है तो उसकी 
मटकती चाल से उसका परांदा दरवाजे पर लगे कुंडे से अटक जाता है। 
छोटा देवर भाभी से चुहल बाजी करता है, लड़ता है।)
 
काला डोरिया कुंडे नाल अड़ीया ए ओये 
के छोटा देवरा भाभी नाल लड़िया ए ओये 
छोटे देवरा तेरी दूर पलाई वे 
ना लड़ सोणिया तेरी एक परजाई वे
(देवर को समझती हुयी भाभी कहती है की उसे बहुत दूर जाना है 
(देवर को काम काज के सिलसिले में) इसलिए उसकी एक ही भाभी 
है इसलिए उसे लड़ना नहीं चाहिए।)
 
छन्ना चूरी दा ना मक्खन आंदाई नई,
के ले जा चूरी ए मेरा भोला खांदाई नई,
(चूरी, चूरमे का भरा हुआ कटोरा है लेकिन उसमे मक्खन नहीं है, 
इसे ले जाओ क्योंकि मेरा देवर तो इसे खाता ही नहीं है।)
 
ओ काला डोरिया कुंडे नाल अड़ीया ए ओये 
के छोटा देवरा भाभी नाल लड़िया ए ओये
 
बड़ा सवाद आया मसरे दी डाली दा 
बड़ा अफ़सोस लगा माइये दी गाली दा 
साड्डी गली आ माहिया तेन्नु कुत्ते लड़ावांगे 
कल वाली गाली दा तेन्नु मज़ा चखावांगे
 
काला डोरिया कुंडे नाल अड़ीया ए ओये 
के छोटा देवरा भाभी नाल लड़िया ए ओये 
ओ काला डोरिया कुंडे नाल अड़ीया ए ओये 
के छोटा देवरा भाभी नाल लड़िया ए ओये

कुछ सुनेया नै कुछ सिखेया नै 
कुछ पढ़ेया नै कुछ लिखेया नै 
ऐवें ई तू फोटोवां खिंच्दा रही 
रेला वालेया रेना नू वेच के.. 

रेला वालेया रेना नू वेच के 
नवा वेया कर ले पुआ नू वेच के 
पुआ नही विकदी तेन्नु फुफ्फड़ डाडा ए 
तेन्नु वेचांगा जिन खटियाँ खान्दा ए 

काला डोरिया कुंडे नाल अड़ीया ए ओये 
के छोटा देवरा भाभी नाल लड़िया ए 
ओये ओ काला डोरिया कुंडे नाल अड़ीया ए 
ओये के छोटा देवरा भाभी नाल लड़िया ए ओये

Kukdi oh laini jehdi kud-kud kardi ae
Sohre nai jaana Sass bud-bud kardi ae
मुझे वह मुर्गी लेनी है जो कुड़कुड़ करती हो (आवाजे निकालती हो ) 
लेकिन मुझे सोहरे-ससुराल नहीं जाना है क्यों की मेरी सासु बहुत 
बक-बक और बकवास करती है।
Kukdi oh laini jehdi aande dindi ae
Sohra daye jhidkan meri jutti sehendi ae
जो मुर्गी अंडे देती है उसे लेनी है लेकिन मेरे ससुराल की झिड़की/ताने मेरी 
जूती सहे। मैं किसी की बकवास को नहीं सुनूंगी।
O Sutthna Cheent Dian Multaano aayian ne
K Maavan apnia jinna reejhan laayian ne
यह छींट का सुथना मुल्तान से आया है और माँबहुत दुलार करती है।

Sonia Arora : 
Soniya Arrora is a upcoming immensely talented bollywood 
singer also a gifted sufi voice and giving her all to sufi singing. 
Soniya got classical singing training from her childhood days 
by her father Late shri Baldev Raj Arora was himself a great 
well known musician and singer. He not only trained her 
daughter Soniya but also trained his son who is now 
a famous pianist Praveen Arora. Soniya is not only a 
melodious sufi singer but also a well trained Kathie dancer. 
Soniya’s most of the family members are directly or 
indirectly devoting their services and talent to artist industry. 
This is only due to Late shri Baldev Raj Arora ji that not only 
his son and daughter are doing great in their music and 
singing industry but his granddaughter Tanya Sachdeva is 
now a successful actress in bollywood.
Soniya Arrora is a performer doing albums and singing shows 
all over the world also promoting the sufi singing art to children 
who are gifted with great voices but are trying to learn , she is 
also active in social work because of her true love to music / 
singing / arts.

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