https://youtu.be/klIG3ZZUUl4
ऐजा मेरा दानपुरा.../ कुमाऊँनी गीत का भावार्थ
गायक यह कह रहा है कि मेरा गांव दानपुर बहुत सुंदर है और वह लोगों को निमंत्रण दे रहा है,
अपने गांव आने का। उसके गांव में जो भी फल-फूल सुंदर जगह है उनका उल्लेख कर रहा है।
भगवान देवी देवताओं की आराधना से लेकर,, पूरे उत्तराखंड के जनमानस को निमंत्रण दे रहे हैं।
आओ .... दानपूरा ....। बागेश्वर।
कपकोट क्षेत्र के पूरे इलाके को दानपुर कहते हैं। प्रहलाद जी उस क्षेत्र की तारीफ करते हुए
कहते हैं कि शिखर मूल नारायण देवा, बदियाकोट में भगवती देवी का मंदिर है। स्थानीय देवों
का उल्लेख करते हैं और वहां के स्थानीय त्यौहारों को मनाने के लिए वहां आओ कहते हैं।
(वीडियो के कमेंट बॉक्स से संकलित एवं सम्पादित। लिरिक्स और अनुवाद मुझे उपलब्ध नहीं
हो पाए।)
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