rashmi rekh
बुधवार, 31 जनवरी 2024
बसो जी मेरे नैनन में सिया राम.../ संत तुलसी दास / गायन : एस.ऐश्वर्या एवं एस.सौन्दर्या
https://youtu.be/fG2kWOpV_4k
जनक नन्दिनी, जगत वन्दिनी;
रघुनायक घनश्याम।।
कनक-मण्डप तले रतन-सिंहासन,
जुगल मूर्ति अभिराम।।
सरयू के तीर अयोध्या नगरी,
चित्रकूट निज धाम।।
तुलसीदास प्रभु की छवि निरखत,
लाजत कोटि-शत काम।।
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