शुक्रवार, 27 सितंबर 2024

एक ज़रा दिल के करीब आओ तो कुछ चैन पड़े.../ शायर : गणेश बिहारी 'तर्ज़' / गायन : शोभा गुर्टू

https://youtu.be/DazIiDUveGs  


एक ज़रा दिल के करीब आओ तो कुछ चैन पड़े 
जाम को जाम से टकराओ तो कुछ चैन पड़े

दिल उलझता है नग़मा-ओ-मय रंगीं सुनकर
गीत एक दर्द भरा गाओ तो कुछ चैन पड़े

बैठे बैठे तो हर मौज से दिल दहलेगा
बढ़के तूफ़ान से टकराओ तो कुछ चैन पड़े

दाग़ के शेर जवानी में भले लगते हैं
मीर की कोई ग़ज़ल गाओ तो कुछ चैन पड़े

याद-ए-अय्याम-गुज़िश्ता से इजाज़त लेकर
'तर्ज़' कुछ देर को सो जाओ तो कुछ चैन पड़े

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