रविवार, 8 मार्च 2020

हो हो हो होरी ऐगे... / गढ़वाली होली गीत / रचना, स्वर एवं संगीत : नरेंद्र सिंह नेगी

https://youtu.be/inyCbYPIaNo
हो हो हो होरी ऐगे...
(गढ़वाली होली गीत)
रचना, स्वर एवं संगीत : नरेंद्र सिंह नेगी 

पिचकारी छरररररा कैन मारी तररारराररा
पिचकारी छरररररा कैन मारी तररारराररा
तन मन..........
तन मन रुझै गे भिजै गे
हो हो हो होरी ऐगे
पर्वतों मा,
हो हो हो होरी ऐगे
बंसत ऋतू मा,
हो हो हो होरी ऐगे

पिचकारी छरररररा कैन मारी तररारराररा
पिचकारी छरररररा कैन मारी तररारराररा
तन मन..........
तन मन रुझै गे भिजै गे
हो हो हो होरी ऐगे
पर्वतों मा,
हो हो हो होरी ऐगे
बंसत ऋतू मा,
हो हो हो होरी ऐगे


नीली पिंगली हैरी लाल
मुखड़ी छिन बणी गुलाल
नीली पिंगली हैरी लाल
मुखड़ी छिन बणी गुलाल
रंगीली होरी रसीला गीत
ढोलिकी बँसुली मजीरा ताल
डाँड्यो. . . .
डाँड्यो काँठ्यौं तै गुंजै गे
हो हो हो होरी ऐगे
पर्वतों मा,
हो हो हो होरी ऐगे
बंसत ऋतू मा,
हो हो हो होरी ऐगे

बंसथूलों म रंग भोरी
लुक छुपी की चोरी चोरी
बंसथूलों म रंग भोरी
लुक छुपी की चोरी चोरी
ज्वनी जवानी की छर्क बर्क
कैन उकरी कैन सोरी
क्वी मन मा....
क्वी मन मा स्वचोदो ही रैगे
हो हो हो होरी ऐगे
पर्वतों मा,
हो हो हो होरी ऐगे
बंसत ऋतू मा,
हो हो हो होरी ऐगे

द्यूर भौजी भीना स्याळी
खट्टी मजाक मिट्ठी गाली
द्यूर भौजी भीना स्याळी
खट्टी मजाक मिट्ठी गाली
चखल पखल लपोड़ा लपोड़ि
शर्म ल्याज छोलि याली
रंगमत.....
रंगमत बणे गे बणे गे
हो हो हो होरी ऐगे
पर्वतों मा,
हो हो हो होरी ऐगे
बंसत ऋतू मा,
हो हो हो होरी ऐगे

कन मरे हुलेरी मति
तर बणेगेनी कपिड़ी लती
कन मरे हुलेरी मति
तर बणेगेनी कपिड़ी लती
कुंगुली गलोड़ी ऊपरी हाथ
झरर्रररा झझरेनी गति
मेरु रंग त....
मेरु रंग त हाती मा रैगे
हो हो हो होरी ऐगे
पर्वतों मा,
हो हो हो होरी ऐगे
बंसत ऋतू मा,
हो हो हो होरी ऐगे

पिचकारी छरररररा कैन मारी तररारराररा
पिचकारी छरररररा कैन मारी तररारराररा
तन मन..........
तन मन रुझै गे भिजै गे
हो हो हो होरी ऐगे
पर्वतों मा,
हो हो हो होरी ऐगे
बंसत ऋतू मा,
हो हो हो होरी ऐगे

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