बुधवार, 4 मार्च 2020

मृगनयनी को यार नवल रसिया (हवेली संगीत-रसिया) / निराली कार्तिक, अंकिता जोशी

https://youtu.be/Z_dJOT9JbUA
                         
मृगनयनी को यार नवल रसिया ...
(हवेली संगीत-रसिया)

स्वर : निराली कार्तिक, अंकिता जोशी

मृगनयनी को यार नवल रसिया, 
मृगनयनी को।।       

बड़ी-बड़ी अँखिया नैंनन में सुरमा, 
तेरी टेढ़ी चितवन मेरे मन बसिया ||1||

अतलस को याको लेंहगा सोहे,
झूमक सारी मेरो मन बसिया ||2||

छोटी अंगूरिन मुंदरी सोहे,
याके बीच आरसी मन बसिया. ||3||

याके बांह बड़ाे बाजूबन्द सोहे,
याके हियरे हार दिपत छतिया ||4||

रंगमहल में सेज बिछाई,
याके लाल पलंग पचरंग तकिया ||5||

पुरुषोत्तम प्रभु देख विवश भये,
सबे छोड़ ब्रज में बसिया.. ||6||

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