अति सुन्दर......... अभिव्यक्ति ।सद्भावी -डॉ० डंडा लखनवी
"भले ही दुनिया के इस भीड़ भरे मेले में,हमारी ज़िन्दगी की हों ज़ुदा-ज़ुदा राहें।हमेशा इन्तज़ार में तेरे मगर ऐ दोस्त,रहेंगी आंखें बिछी और खुली हुई बाहें॥" Great thought !.
अति सुन्दर......... अभिव्यक्ति ।
जवाब देंहटाएंसद्भावी -डॉ० डंडा लखनवी
"भले ही दुनिया के इस भीड़ भरे मेले में,
जवाब देंहटाएंहमारी ज़िन्दगी की हों ज़ुदा-ज़ुदा राहें।
हमेशा इन्तज़ार में तेरे मगर ऐ दोस्त,
रहेंगी आंखें बिछी और खुली हुई बाहें॥"
Great thought !
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