rashmi rekh
शनिवार, 29 जून 2013
बरस रहे हैं स्वाति के घन....
बरस रहे वरदान सजल घन .....
बरस रहे हैं स्वाति के घन....
-अरुण मिश्र
2 टिप्पणियां:
Satish Saxena
29 जून 2013 को 9:09 am बजे
सुंदर कलम ..
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ARUN MISHRA
29 जून 2013 को 9:51 am बजे
धन्यवाद|बहुत-बहुत आभारी हूँ,प्रिय सक्सेना जी|
शुभकामनायें|
-अरुण मिश्र.
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सुंदर कलम ..
जवाब देंहटाएंधन्यवाद|बहुत-बहुत आभारी हूँ,प्रिय सक्सेना जी|
जवाब देंहटाएंशुभकामनायें|
-अरुण मिश्र.