पुत्री दिवस पर विशेष......
सभी बेटियों को समर्पित
लाड़ली बिटिया मेरी....
- अरुण मिश्र
मेरे घर की रोशनी है,
मेरेआँगन की कली है।
बेल में परिवार के मेरे,
फली, मीठी फली है।।
संस्कारों में रची है,
वंश की विरुदावली है।
लाडली बिटिया मेरी,
मासूम,भोली है,भली है।।
*
(पूर्वप्रकाशित)
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