https://youtu.be/yhLITYiC_3U
मानस सन्चररे
१८ वीं शताब्दी के तमिल संत-कवि-संगीतज्ञ एवं अद्वैत
दार्शनिक सदाशिव ब्रह्मेन्द्र की उत्कृष्ट संस्कृत रचना
LYRICS IN SANSKRIT WITH ENGLISH TRANSLITERATION :
VANI JAIRAM - MANASA SANCHARARE-SADASIVA BRAHMENDRA
सदाशिव ब्रह्मेन्द्र, १८ वीं शताब्दी के तमिल संत-कवि-संगीतज्ञ एवं अद्वैत
दार्शनिक थे जो तमिलनाडु में कुम्भकोणम के निकट के रहने वाले थे। वे मुख्यतः संस्कृत में ही रचना करते थे। यद्यपि उनकी कम ही रचनाएँ उपलब्ध हैं पर जो प्राप्त हैं वे कर्नाटिक-संगीत की उत्कृष्ट रचनायें मानी जाती हैं।
दार्शनिक थे जो तमिलनाडु में कुम्भकोणम के निकट के रहने वाले थे। वे मुख्यतः संस्कृत में ही रचना करते थे। यद्यपि उनकी कम ही रचनाएँ उपलब्ध हैं पर जो प्राप्त हैं वे कर्नाटिक-संगीत की उत्कृष्ट रचनायें मानी जाती हैं।
वाणी जयराम दक्षिण भारतीय सिनेमा की प्रसिद्ध गायिका हैं। चार दशकों से अधिक का उनका संगीत का सफर वर्ष १९७१ से शुरू हुआ था। उनके प्रसंशक उन्हें प्यार से आधुनिक भारत की मीरा भी कहते हैं।
१८ वीं शताब्दी के तमिल संत-कवि-संगीतज्ञ एवं अद्वैत
दार्शनिक सदाशिव ब्रह्मेन्द्र की उत्कृष्ट संस्कृत रचना
LYRICS IN SANSKRIT WITH ENGLISH TRANSLITERATION :
मानस सन्चररे।
ब्रह्मणि मानस सन्चररे॥
mānasa sancarare |
brahmaṇi mānasa sancarare ||
ब्रह्मणि मानस सन्चररे॥
mānasa sancarare |
brahmaṇi mānasa sancarare ||
Charanam:
मदशिखि पिञ्छालन्कृत चिकुरे।
महनीय कपोल विजित मुकुरे॥
madaśikhi piñchālankruta cikure |
mahaṇīya kapola vijita mukure ||
मदशिखि पिञ्छालन्कृत चिकुरे।
महनीय कपोल विजित मुकुरे॥
madaśikhi piñchālankruta cikure |
mahaṇīya kapola vijita mukure ||
श्री रमणी कुच दुर्ग विहारे।
सेवक जन मन्दिर मन्दारे॥
śrī ramaṇī kuca durga vihāre |
sevaka jana mandira mandāre ||
सेवक जन मन्दिर मन्दारे॥
śrī ramaṇī kuca durga vihāre |
sevaka jana mandira mandāre ||
परमहंस मुखचन्द्र चकोरे।
परिपूरित मुरली रवधारे॥
paramahamsa mukhacandra cakore |
paripūrita muralī ravadhāre ||
परिपूरित मुरली रवधारे॥
paramahamsa mukhacandra cakore |
paripūrita muralī ravadhāre ||
ENGLISH TRANSLATION :
Oh, Mind ("maanasa") ! Undertake your
pilgrimage ("sancharare") in the Brahmam !
May the hair lock of Brahma ("chikure"),
meditated upon by you, be adorned ("alankrutha")
with the plumes of an exhilarated peacock ("madashiki") !
The cheeks ("kapola") of the Supreme One ("mahaneeya")
outwit ("vijita") the brightness of a mirror("mukure") !
He sports around ("vihare") in bosom(" kucha durga")
of Mahalakshmi ("sriramani")! For his devotees ("sevaka"),
He is a Kalpavriksha ("mandaare") in the court yard of their
temple ("mandira")!
Supreme ("parama") ascetics ("hamsa") delight in that
face-moon ("mukha-chandra") as a partridge bird ("chakore")!
Oh, Mind! May your pilgrimage be in this Brahma that
fills ("paripooritha") the whole Universe with the flow of the
music from His flute ("muraliravadhare") !
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