गुरुवार, 14 अक्तूबर 2021

राम के हों चरण सम्बल...


राम चर्चा में रमे मन ;
राम के हों चरण सम्बल। 
राम से नित बुद्धि प्रेरित, 
बाहुओं में राम का बल।।

शरण में हो राम के 
जीवन सदा अपना समर्पित ;
और जो भी  प्राप्त हो
समझें उसे हम राम का फल।।

                                 -अरुण मिश्र 



कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें