शनिवार, 27 नवंबर 2021

जय राधा माधव, जय कुन्ज बिहारी.../ भजन / मुख्य स्वर : कु. सिवस्री स्कन्दप्रसाद

 https://youtu.be/s71JNx7phKA

 

Vocal : Kum. Sivasri Skandaprasad Harmonium : Sri S. Manikandan Mridangam : Sri Karthik Viswanathan Dolki : Sri Gopalakrishnan

जय राधा माधव,
जय कुन्ज बिहारी
जय राधा माधव,
जय कुन्ज बिहारी
जय गोपी जन बल्लभ,
जय गिरधर हरी
जय गोपी जन बल्लभ,
जय गिरधर हरी
॥ जय राधा माधव...॥

यशोदा नंदन, ब्रज जन रंजन
यशोदा नंदन, ब्रज जन रंजन
जमुना तीर वन चारी,
जय कुन्ज बिहारी
॥ जय राधा माधव...॥

मुरली मनोहर करुणा सागर
मुरली मनोहर करुणा सागर
जय गोवर्धन धारी,
जय कुन्ज बिहारी
॥ जय राधा माधव...॥

हरे कृष्णा हरे कृष्णा,
कृष्णा कृष्णा हरे हरे
हरे कृष्णा हरे कृष्णा,
कृष्णा कृष्णा हरे हरे
हरे रामा हरे रमा,
रामा रामा हरे हरे
हरे रामा हरे रमा,
रामा रामा हरे हरे

हरे कृष्णा हरे कृष्णा,
कृष्णा कृष्णा हरे हरे
हरे कृष्णा हरे कृष्णा,
कृष्णा कृष्णा हरे हरे
हरे रामा हरे रमा,
रामा रामा हरे हरे
हरे रामा हरे रमा,
रामा रामा हरे हरे


Meaning in English: 

Hail the Lord, beloved Madhava of Radha
Who wandered in the groves of Vrinadavana
Sweetheart of Cowherds
He who lifted Govardhana hill (for the sake of his people)
Hail Son of Mother Yashodha
The delighter of the People of Vraja
Wanderer of the banks of river Yamuna and 
the Forests (forests on the banks of river Yamuna)

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