शुक्रवार, 5 अगस्त 2022

गोवर्धन गिरिधर गोविंद.../ नारायण तीर्थ (१६५०-१७४५) कृति / गायन : श्रीमती कमला सुब्रमण्यम एवं काव्या अजीत

 https://youtu.be/CZyW1CqL_1c   

गोवर्धन गिरिधर गोविंद ...

श्रीमती कमला सुब्रमण्यम, डॉ. लक्ष्मी एस., लक्ष्या विद्यासागर एवं काव्या अजीत की प्रस्तुति
परिवार सच में एक वरदान होता है। एक ही फ्रेम में चार पीढ़ियों की उपस्थिति
मेरे लिए किसी सपने के सच होने जैसा है। इस वीडियो में मेरी ९० वर्षीय दादी एवं
गुरु श्रीमती कमला सुब्रमण्यम ने मेरे साथ स्वर दिया है और मेरी माँ डॉ. लक्ष्मी एस.
ने अपनी नृत्य भंगिमाओं से चार चाँद लगाए हैं। नन्ही बच्ची लक्ष्या विद्यासागर मेरी
बेटी है।
-काव्या अजीत

पल्लवि
गोवर्धन गिरिधर गोविंद गोकुलपालक परमानंद
(गोवर्धन)

अनुपल्लवि
श्री वत्सांकित श्री कौस्तुभ धर भावक भयहर पाहि मुकुंद
(गोवर्धन)

चरणं
पतित सुररिपु पादप वृंद पावन चरित परामृत कंद
नाट्य रसोत्कट नानाभरण नारायणतीर्थार्चित चरण
(गोवर्धन)

Govardhana Giridhara Govinda

Govardhana Giridhara Govinda
By
Narayana theertha 
Translated by
P.R.Ramachander
Ragam-Mukari
Thalam –Chapu

Pallavi
Govardhana  Giridhara  Govinda
Gokula Palaka  Paramananda

Pallavi
Oh Govinda who lifted  Govardhana mountain,
Oh Divine joy who took care  of  Gokula

Anupallavi
Sri vathsangitha   , Sri kousthubha dara,
pavaka  bhaya hara  pahi mukunda

Anupallavi
Oh God who  had Sri Vathsa on him and  wears the Kausthubha,
Please destroy fears of  good people   and protect me Mukunda

Charanam
Pathitha Sura Ripu , Padapa brinda,
Pavana charithaParamrutha kanda,
Natya rasothkata Nanabharana,
Narayana theertharachitha charana

Charanam
He who felled the enemy of devas using  a  cluster of trees,
He who has a nectar like story  which is holy all over the world,
He who  is interested in dancing   and wears various  ornaments,
He whose feet  has been sung about by Narayana Theertha

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