शुक्रवार, 26 अप्रैल 2024

जाओ जाओ कन्हैया खेलूँगी नहीं होरी.../ गीतकार : द्वारिकानाथ तिवारी / गायन : चंदन तिवारी

 https://youtu.be/10v4DFU7UN4  


जाओ जाओ कन्हैया 
खेलूंगी नहीं होरी। 
जाओ जाओ कन्हैया 
खेलूंगी नहीं होरी।। 
आज पकड़ी कलइया,
करत बरजोरी।
जाओ जाओ कन्हैया 
खेलूंगी नहीं होरी।। 

चंचल चितवन, बाँके नैना। 
काहे बोलत अट-पट बैना। 
सावँल श्याम, सुघर राधा गोरी। 
जाओ जाओ कन्हैया 
खेलूंगी नहीं होरी।। 

वंशी बजइया, रास रचइया। 
मनिहारिन के वेष बनइया। 
आज पकड़ी गई तोरी-
चोरी, चोरी, चोरी। 
जाओ जाओ कन्हैया 
खेलूंगी नहीं होरी।। 

धानी चुनर मोरी, लहँगा हज़ारी। 
बरजूँ , न माने , मारत पिचकारी। 
ललिता, विशाखा बिरज की छोरी। 
जाओ जाओ कन्हैया 
खेलूंगी नहीं होरी।। 

आज पकड़ी गई तोरी-
चोरी, चोरी, चोरी। 
जाओ जाओ कन्हैया 
खेलूंगी नहीं होरी।। 

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