https://youtu.be/NMZ_Ij4YP1o
Composition: Pandit Balwant Rai Bhatt
होरी..होरी..होरी खेलत नन्दलाल।
चन्दन वदन कुमकुम केसर
उड़ावत भर..भर..भर गुलाल।।
होरी..होरी..होरी खेलत नन्दलाल।।
मच्यो शोर, बज्यो घोर,
चहुँ ओर विविध बाजने बाजे।
चंचल मधुर सुरन वरण वेद बाजे ;
अणु-अणु भावरंग राजे।।
होरी..होरी..होरी खेलत नन्दलाल।।
होरी..होरी..होरी खेलत नन्दलाल।।
खेलत नन्दलाल।
खेलत नन्दलाल।
खेलत नन्दलाल।।
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