गुरु - गरिमा के सर्वोच्च शिखर
-अरुण मिश्र
तुम अध्यापक , तुम अध्येता,
तुम राजनयिक, शास्त्रज्ञ महा ।
शिक्षा - संस्कृति के अग्रदूत ,
तुम को पा , दर्शन, धर्म लहा । ।
भारत माँ के गौरव ललाम ,
गुरु - गरिमा के सर्वोच्च शिखर।
यह श्रद्धांजलि , स्वीकार करो ,
गाँधी - युग के ,अंतिम ऋषिवर । ।
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