rashmi rekh
बुधवार, 15 सितंबर 2010
अभियंता-दिवस पर विशेष
श्री
मोक्षगुण्डम
विश्वेशरैया
को
कोटिशः
नमन
...
-
अरुण
मिश्र
अभियन्त्रण
के
हे ! महा-प्राण
।
संरचना
के
हे
! अग्रदूत
।
निर्माण
-
कला
-
कौशल
-
प्रवीण
;
इस
मिटटी
के
सच्चे
सपूत
!!
अभियंताओं
के
शीर्ष-पुरुष !
भारत -भुवि के गौरव ललाम
।
है कीर्ति तुम्हारी, अजर-अमर ;
यश-काया को शत-शत प्रणाम।।
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