शुक्रवार, 18 मार्च 2011

झूम उठ्यो सगरो ब्रज मंडल...



कवित्त 

-अरुण मिश्र 

झूम  उठ्यो  सगरो  ब्रज  मंडल, 
होरी  कै  धूम - धमाल  भयो  है।
कारे-कन्हैया   पे   दूजो   है  रंग  
चढ़्यो, यहु खूब कमाल भयो है।
राधा  के   रंग  में   स्याम   रंगे, 
अरु राधेहु कै अस हाल  भयो है।
कान्हा  के  हाथ   लगे  न  अबै, 
तबहूँ  कस गाल गुलाल भयो है।।
                    *

3 टिप्‍पणियां:

  1. मेरे ब्लाग पर आपकी मुल्यवान टिप्पणियों के लिए आभार।
    आपका विशेष ध्यानाकर्षण हेतु.....
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    देश को नेता लोग करते हैं प्यार बहुत?
    अथवा वे वाक़ई, हैं रंगे सियार बहुत?
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    होली मुबारक़ हो। सद्भावी -डॉ० डंडा लखनवी

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  2. आप को होली की हार्दिक शुभकामनाएं । ठाकुरजी श्रीराधामुकुंदबिहारी आप सभी के जीवन में अपनी कृपा का रंग हमेशा बरसाते रहें।

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  3. प्रिय डॉ.डंडा लखनवी जी एवं प्रिय अमित जी,आप सब को बहुत-बहुत धन्यवाद|
    - अरुण मिश्र.

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