बुधवार, 20 नवंबर 2019

प्रभु मेरे अवगुण चित ना धरो.../ सूर दास / पण्डित मुकुल शिवपुत्र

https://youtu.be/AuRZ13IcPok
A divine, pure and sublime voice of Pandit Mukul Shivputra, 
the worthy son of the great Pandit Kumar Gandharva that has 
sadly some how disappeared due to addiction to alcohol after 
2010. 'Has been rehabilitated later by god's grace.

प्रभु मेरे अवगुण चित ना धरो |
समदर्शी प्रभु नाम तिहारो, चाहो तो पार करो ||

एक लोहा पूजा मे राखत, एक घर बधिक परो |
सो दुविधा पारस नहीं देखत, कंचन करत खरो ||

एक नदिया एक नाल कहावत, मैलो नीर भरो |
जब मिलिके दोऊ एक बरन भये, सुरसरी नाम परो ||

एक जीव एक ब्रह्म कहावत, सुर श्याम झगरो |
अबकी बेर मोही पार उतारो, नहि पन जात तरो ||

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