रविवार, 15 जनवरी 2023

क्षीराब्धि कन्यककु.../ अन्नमय्य कीर्तन / गायन : सौजन्या मदभूषि

 https://youtu.be/n5Jqkeg0oB4 

श्री तल्लापाका अन्नामाचार्य या अन्नामाचार्य, 
१५ वीं शताब्दी के एक तेलुगु संत कवि 
और कर्नाटक संगीत रचयिता थे। वे 
दक्षिण भारत के पहले संगीतज्ञ थे जिन्होंने 
संकीर्तन की रचना की। उन्होंने तिरूमाला 
सात पर्वतों के देवता भगवान वेंकटेश्वर की 
स्तुति में अनेक भजनों की रचना की। 
तेलुगु भाषा भाषी उनको पद-कविता का 
पितामह मानते हैं। अन्नामाचार्य के अधिकतर 
भजन आध्यात्मिकता (मधुर भक्ति भाव) से 
भरे हैं।

अन्नामाचार्य का जन्म बैशाख शुद्ध पूर्णिमा 
(तदनुसार ९ मई १४०९) को भारत के आंध्रप्रदेश 
राज्य के कड़प्पा जिले के एक गांव में हुआ। 
भगवान वेंकटेश्वर की स्तुति में अन्नामाचार्य ने 
३२,००० भजनों/संकीर्तनों की रचना की
लेकिन इनमें महज १३००० रचनाएं ही इस 
समय उपलब्ध हैं। उनके भजन दो प्रकार के 
हैं-आध्यात्मिक और श्रृंगारिक, हालांकि 
ज्यादातर रचनाएं श्रृंगारिक हैं। उनकी 
आध्यात्मिक रचनाएं वैष्णव दर्शन पर 
आधारित है। अन्नामाचार्य रामानुजाचार्य 
संप्रदाय के थे। उन्होंने अहोबिला मठ में 
श्री सतागोपा यतींद्र से दीक्षा ग्रहण की।

क्षीराब्धि कन्यककु श्री महालक्ष्मिकिनि
नीरजालयमुनकु नीराजनम् ॥

जलजाक्षि मोमुनकु जक्कव कुचंबुलकु
नॆलकॊन्न कप्पुरपु नीराजनम् ।
अलिवेणि तुरुमुनकु हस्तकमलंबुलकु
निलुवुमाणिक्यमुल नीराजनम् ॥

चरण किसलयमुलकु सकियरंभोरुलकु
निरतमगु मुत्तेल नीराजनम् ।
अरिदि जघनंबुनकु अतिवनिजनाभिकिनि
निरति नानावर्ण नीराजनम् ॥

पगटु श्रीवेंकटेशु पट्टपुराणियै
नॆगडु सतिकललकुनु नीराजनम् ।
जगति नलमेल्मंग चक्कदनमुलकॆल्ल
निगुडु निज शोभनपु नीराजनम् ॥

Meaning 
Neeraajanam to the Daughter of the King of the Ocean of Milk;
Neerajanam to Sri Mahalakshmi, the divine consort of Lord Vishnu;
Neerajanam to the One who was born on a Golden Lotus!!
Neerajanam with bright and fresh camphor to the glowing face of the 
Lady whose eyes resemble Lotus;
Neerajanam as also to Her artful breasts;
Neerajanam with gigantic gems to the black mass of hair and to the 
hands as soft as a Lotus;
Neerajanam with the sparkling pearls to the Lotus Feet and to the voice 
which produce pleasant sounds;
Benediction with diverse colours of appreciation to the thin waistline 
and to the navel alike;
Neerajanam to the crowned Queen of Lord Venkateswara as also to Her 
beautiful persona;
Neerajanams with the florid fragrance to the beauty of Alamelu Manga !!

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