रविवार, 6 अगस्त 2023

हुए हम जिनके लिए बरबाद.../ गीत : शकील बदायूँनी / संगीत : नौशाद / आवाज़ : मोहम्मद रफ़ी / फिल्म : दीदार (१९५१)

 https://youtu.be/R0nns-1kfXU 

आ आ हा हा हा हाअसीर-ए-पंजा-ए-अहद ए-शबाब कर के मुझेकहाँ गया मेरा बचपन खराब कर के मुझेऐ ऐ ऐ ऐ ऐ ऐहुए हम जिनके लिए बरबादवो हमको चाहे करें न यादजीवन भरजीवन भर उनकी याद मेंहम गाए जाएंगेगाए जाएंगे
एक ज़माना था वो पल भर हमसे रहे न दूरहमसे रहे न दूरएक ज़माना था वो पल भर हमसे रहे न दूरहमसे रहे न दूरएक ज़माना है के हुए हैं मिलने से मजबूरमिलने से मजबूरएक ज़माना है के हुए हैं मिलने से मजबूरमिलने से मजबूरवो ग़म से लाख रहे आज़ादसुने न दर्द भरी फ़रियादअफ़्सानाअफ़्साना हम तो प्यार कादोहराए जाएंगेगाए जाएंगे
मैं हूँ ऐसा दीपक जिस में ऐ ऐ ऐमैं हूँ ऐसा दीपक जिस में न बाती न तेलन बाती न तेलबचपन बीता बनी मोहब्बत चार दिनों का खेलचार दिनों का खेलबचपन बीता बनी मोहब्बत चार दिनों का खेलचार दिनों का खेलरहे वो दिल का नगर आबादबसी है जिस में किसी की यादहम दिल कोहम दिल को उनके याद सेबहलाए जाएंगेगाए जाएंगेहुए हम जिनके लिए बरबादवो हमको चाहे करें न यादजीवन भरजीवन भर उनकी याद मेंहम गाए जाएंगेगाए जाएंगे

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