शुक्रवार, 19 मार्च 2021

खेलें बिरज में होरी कन्हैया.../ महाकवि सूरदास / स्वर : अंकिता जोशी

 https://youtu.be/bAVETFy4gDM 

स्वर : अंकिता जोशी
हारमोनियम : स्वस्ति पाण्डेय
तबला : नील प्रसाद
सिंथेसाइज़र : तरुण कैलाश

खेलें बिरज में होरी कन्हैया
राधा कहे अब छोड़ो मोरी बइयाँ 

कनक पिचकारी अब मारो नाहीं  
भीग गयी मोरी चुनरी कन्हैया 

मोरे कन्हाई अब छिड़को गुलाल नाहीं 
नैनन में मोरे खटके कन्हैया 

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