https://youtu.be/MYJfvblNhs8
Born: February 21, 1829, Lucknow, India
Died: October 13, 1900, Hyderabad State
Subject: Love, philosophy, mysticism
निकलता आ रहा है आफ़ताब आहिस्ता आहिस्ता
(रुख़ = मुख, मुंह, चेहरा, / आफ़ताब = सूरज)
जवाँ होने लगे जब वो तो हमसे कर लिया परदा
हया यकलख़्त आई और शबाब आहिस्ता आहिस्ता
(यकलख़्त = आकस्मिक, अचानक, एकदम से)
शब-ए-फ़ुर्क़त का जागा हूँ फ़रिश्तों अब तो सोने दो
कभी फ़ुर्सत में कर लेना हिसाब, आहिस्ता आहिस्ता
(शब-ए-फ़ुर्क़त = वियोग/ जुदाई की रात)
सवाल-ए-वस्ल पे उनको अदू का खौफ़ है इतना
दबे होंठों से देते हैं जवाब आहिस्ता आहिस्ता
(सवाल-ए-वस्ल = मिलन का सवाल / अदू = विरोधी, शत्रु, रक़ीब)
वो बेदर्दी से सर काटें ‘अमीर’ और मैं कहूँ उनसे
हुज़ूर आहिस्ता आहिस्ता जनाब आहिस्ता आहिस्ता
-अमीर मीनाई
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