शनिवार, 19 दिसंबर 2020

ग़म-ए-दिल सुनाने को जी चाहता है.../ स्वर : मेहनाज़ बेग़म (१९५८-२०१३)

 https://youtu.be/xO2HSezZ1Zo 

Gham-e-Dil Sunane Ko Ji Chahata Hai
Sung by: Mehnaz Begum (Noted singer from Pakistan)

Mehnaz was the daughter of popular sub-continental singer Kajjan Begum.
Mehnaz Begum was born at Mahmudabad, Uttar Pradesh, India in 1958. 
Her family migrated to Pakistan in the late 1950s. She received her initial 
training in music from her mother Kajjan Begum. 
She sang over 2,500 songs for radio‚ television and films in a variety of 
genres like ghazal, thumri, dadra, khayal and drupad.
She died on 19 January 2013 at a Bahrain hospital while transiting from
 Karachi to Miami, Florida for medical treatment of a respiratory ailment.
 Her condition worsened during the flight and during a stopover at the
 Bahrain airport, she was taken to a hospital where she died.

ग़म-ए-दिल सुनाने को जी चाहता है 
तुम्हें आज़माने को जी चाहता है 

सुना है ये जब से बहुत दूर हो तुम 
बहुत दूर जाने को जी चाहता है 


तुम्हें हमसे कोई शिकायत नहीं है 
यूँ ही रूठ जाने को जी चाहता है 

फ़क़त है यह ही नज़रों का धोखा 
के धोखे में आने को जी चाहता है 

दुआ है के वो हम से सौ बार रूठें 
हमारा मनाने को जी चाहता है 

नज़र वो न आएं पर उनकी गली में 
यूँही आने-जाने को जी चाहता है 


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