https://youtu.be/7U2j0HOR5Wk
सेजिया से सैयां रूठ गइलें हो रामा, कोयल तोरी बोलिया...
चैती
राग : मिश्र पहाड़ी
सेजिया से सैयां रूठि गइलें हो रामा,
कोयल तोरी बोलिया...
कोयल तोरी बोलिया...
रोज तू बोलेली सांझ-सबेरवा,
आज काहे बोले आधी रतिया हो रामा,
कोयल तोरी बोलिया...
होत भोर तोरा खोतवा उजरिबों
और कटइहों बन-बगिया हो रामा,
कोयल तोरी बोलिया...
कोयल तोरी बोलिया...
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