गीतकार : शम्स लखनवी एवं बेहज़ाद लखनवी संगीतकार: वसंत देसाई फिल्म: शीशमहल 1950
इस गीत को पद्मश्री पुष्पा हंस ने गाया है
और फिल्म में अभिनय भी किया है।
आदमी वो है मुसीबत से परेशान ना हो-2 कोई मुश्किल नहीं ऐसी के जो आसान ना हो-2 आदमी वो है मुसीबत से परेशान ना हो
ये हमेशा से है तक़दीर की गर्दिश का चालन-2 चाँद सूरज को भी लग जाता है एक बार ग्रहण वक़्त की देख के तब्दीलियां हैरान ना हो- 2 आदमी वो है मुसीबत से परेशान ना हो
ये है दुनियां यहाँ दिन ढलता है शाम आती है- 2 सुबह हर रोज नया ले के पयाम आती है जानी बूझी हुई बातों से तू अन्ज़ान ना हो आदमी वो है मुसीबत से परेशान ना हो
कोई मुश्किल नहीं ऐसी के जो आसान ना हो आदमी वो है मुसीबत से परेशान ना हो
ऐ इश्क़ न छेड़ आ आ के हमें हम भूले हुओं को याद न कर पहले ही बहुत नाशाद हैं हम तू और हमें नाशाद न कर क़िस्मत का सितम ही कम नहीं कुछ ये ताज़ा सितम ईजाद न कर यूँ ज़ुल्म न कर बे-दाद न कर ऐ इश्क़ हमें बर्बाद न कर
हम रातों को उठ कर रोते हैं रो रो के दुआएँ करते हैं आँखों में तसव्वुर दिल में ख़लिश सर धुनते हैं आहें भरते हैं ऐ इश्क़ ये कैसा रोग लगा जीते हैं न ज़ालिम मरते हैं ये ज़ुल्म तू ऐ जल्लाद न कर ऐ इश्क़ हमें बर्बाद न कर
जिस दिन से बँधा है ध्यान तिरा घबराए हुए से रहते हैं हर वक़्त तसव्वुर कर कर के शरमाए हुए से रहते हैं कुम्हलाए हुए फूलों की तरह कुम्हलाए हुए से रहते हैं पामाल न कर बर्बाद न कर ऐ इश्क़ हमें बर्बाद न कर
श्रीमदात्मने गुणैकसिन्धवे नमः शिवाय धामलेशधूतकोकबन्धवे नमः शिवाय | नामशेषितानमद्भवान्धवे नमः शिवाय पामरेतरप्रधानबन्धवे नमः शिवाय || १ ||
कालभीतविप्रबालपाल ते नमः शिवाय शूलभिन्नदुष्टदक्षफाल ते नमः शिवाय | मूलकारणाय कालकाल ते नमः शिवाय पालयाधुना दयालवाल ते नमः शिवाय || २ ||
इष्टवस्तुमुख्यदानहेतवे नमः शिवाय दुष्टदैत्यवंशधूमकेतवे नमः शिवाय | सृष्टिरक्षणाय धर्मसेतवे नमः शिवाय अष्टमूर्तये वृषेन्द्रकेतवे नमः शिवाय || ३ ||
आपदद्रिभेदटङ्कहस्त ते नमः शिवाय पापहारिदिव्यसिन्धुमस्त ते नमः शिवाय | पापदारिणे लसन्नमस्तते नमः शिवाय शापदोषखण्डनप्रशस्त ते नमः शिवाय || ४ ||
व्योमकेश दिव्यभव्यरूप ते नमः शिवाय हेममेदिनीधरेन्द्रचाप ते नमः शिवाय | नाममात्रदग्धसर्वपाप ते नमः शिवाय कामनैकतानहृद्दुराप ते नमः शिवाय || ५ ||
ब्रह्ममस्तकावलीनिबद्ध ते नमः शिवाय जिह्मगेन्द्रकुण्डलप्रसिद्ध ते नमः शिवाय | ब्रह्मणे प्रणीतवेदपद्धते नमः शिवाय जिंहकालदेहदत्तपद्धते नमः शिवाय || ६ ||
कामनाशनाय शुद्धकर्मणे नमः शिवाय सामगानजायमानशर्मणे नमः शिवाय | हेमकान्तिचाकचक्यवर्मणे नमः शिवाय सामजासुराङ्गलब्धचर्मणे नमः शिवाय || ७ ||
जन्ममृत्युघोरदुःखहारिणे नमः शिवाय चिन्मयैकरूपदेहधारिणे नमः शिवाय | मन्मनोरथावपूर्तिकारिणे नमः शिवाय सन्मनोगताय कामवैरिणे नमः शिवाय || ८ ||
यक्षराजबन्धवे दयालवे नमः शिवाय दक्षपाणिशोभिकाञ्चनालवे नमः शिवाय | पक्षिराजवाहहृच्छयालवे नमः शिवाय अक्षिफाल वेदपूततालवे नमः शिवाय || ९ ||
दक्षहस्तनिष्ठजातवेदसे नमः शिवाय अक्षरात्मने नमद्बिडौजसे नमः शिवाय | दीक्षितप्रकाशितात्मतेजसे नमः शिवाय उक्षराजवाह ते सतां गते नमः शिवाय || १० ||
राजताचलेन्द्रसानुवासिने नमः शिवाय राजमाननित्यमन्दहासिने नमः शिवाय | राजकोरकावतंस भासिने नमः शिवाय राजराजमित्रताप्रकाशिने नमः शिवाय || ११ ||
दीनमानवालिकामधेनवे नमः शिवाय सूनबाणदाहकृत्कृशानवे नमः शिवाय | स्वानुरागभक्तरत्नसानवे नमः शिवाय दानवान्धकारचण्डभानवे नमः शिवाय || १२ ||
सर्वमङ्गलाकुचाग्रशायिने नमः शिवाय सर्वदेवतागणातिशायिने नमः शिवाय | पूर्वदेवनाशसंविधायिने नमः शिवाय सर्वमन्मनोजभङ्गदायिने नमः शिवाय || १३ ||
स्तोकभक्तितोऽपि भक्तपोषिणे नमः शिवाय माकरन्दसारवर्षिभाषिणे नमः शिवाय | एकबिल्वदानतोऽपि तोषिणे नमः शिवाय नैकजन्मपापजालशोषिणे नमः शिवाय || १४ ||
सर्वजीवरक्षणैकशीलिने नमः शिवाय पार्वतीप्रियाय भक्तपालिने नमः शिवाय | दुर्विदग्धदैत्यसैन्यदारिणे नमः शिवाय शर्वरीशधारिणे कपालिने नमः शिवाय || १५ ||
पाहि मामुमामनोज्ञदेह ते नमः शिवाय देहि मे वरं सिताद्रिगेह ते नमः शिवाय | मोहितर्षिकामिनीसमूह ते नमः शिवाय स्वेहितप्रसन्न कामदोह ते नमः शिवाय || १६ ||
मङ्गलप्रदाय गोतुरङ्ग ते नमः शिवाय गङ्गया तरङ्गितोत्तमाङ्ग ते नमः शिवाय | सङ्गरप्रवृत्तवैरिभङ्ग ते नमः शिवाय अङ्गजारये करेकुरङ्ग ते नमः शिवाय || १७ ||
ईहितक्षणप्रदानहेतवे नमः शिवाय आहिताग्निपालकोक्षकेतवे नमः शिवाय | देहकान्तिधूतरौप्यधातवे नमः शिवाय गेहदुःखपुञ्जधूमकेतवे नमः शिवाय || १८ ||
त्र्यक्ष दीनसत्कृपाकटाक्ष ते नमः शिवाय दक्षसप्ततन्तुनाशदक्ष ते नमः शिवाय | ऋक्षराजभानुपावकाक्ष ते नमः शिवाय रक्ष मां प्रपन्नमात्ररक्ष ते नमः शिवाय || १९ ||
न्यङ्कुपाणये शिवङ्कराय ते नमः शिवाय सङ्कटाब्धितीर्णकिङ्कराय ते नमः शिवाय | कङ्कभीषिताभयङ्कराय ते नमः शिवाय पङ्कजाननाय शङ्कराय ते नमः शिवाय || २० ||
कर्मपाशनाश नीलकण्ठ ते नमः शिवाय शर्मदाय वर्यभस्मकण्ठ ते नमः शिवाय | निर्ममर्षिसेवितोपकण्ठ ते नमः शिवाय कुर्महे नतीर्नमद्विकुण्ठ ते नमः शिवाय || २१ ||
विष्टपाधिपाय नम्रविष्णवे नमः शिवाय शिष्टविप्रहृद्गुहाचरिष्णवे नमः शिवाय | इष्टवस्तुनित्यतुष्टजिष्णवे नमः शिवाय कष्टनाशनाय लोकजिष्णवे नमः शिवाय || २२ ||
अप्रमेयदिव्यसुप्रभाव ते नमः शिवाय सत्प्रपन्नरक्षणस्वभाव ते नमः शिवाय | स्वप्रकाश निस्तुलानुभाव ते नमः शिवाय विप्रडिम्भदर्शितार्द्रभाव ते नमः शिवाय || २३ ||
सेवकाय मे मृड प्रसीद ते नमः शिवाय भावलभ्यतावकप्रसाद ते नमः शिवाय | पावकाक्ष देवपूज्यपाद ते नमः शिवाय तावकाङ्घ्रिभक्तदत्तमोद ते नमः शिवाय || २४ ||
भुक्तिमुक्तिदिव्यभोगदायिने नमः शिवाय शक्तिकल्पितप्रपञ्चभागिने नमः शिवाय | भक्तसङ्कटापहारयोगिने नमः शिवाय युक्तसन्मनःसरोजयोगिने नमः शिवाय || २५ ।।
अन्तकान्तकाय पापहारिणे नमः शिवाय शन्तमाय दन्तिचर्मधारिणे नमः शिवाय | सन्तताश्रितव्यथाविदारिणे नमः शिवाय जन्तुजातनित्यसौख्यकारिणे नमः शिवाय || २६ ||
शूलिने नमो नमः कपालिने नमः शिवाय पालिने विरिञ्चिमुण्डमालिने नमः शिवाय | लीलिने विशेषरुण्डमालिने नमः शिवाय शीलिने नमः प्रपुण्यशालिने नमः शिवाय || २७ ||
शिवपञ्चाक्षरमुद्राचतुष्पदोल्लासपद्यमणिघटिताम् | नक्षत्रमालिकामिह दधदुपकण्ठं नरो भवेत्सोमः || २८ ||
न मी दानम चे मंज़िल बूद शब जाहे कि मन बूदम बहार सू रक़्स-ए-बिस्मिल बूद शब जाहे कि मन बूदम
(I wonder what was the place where I was last night, All around me were half-slaughtered victims of love, tossing about in agony)
परी पैक़र निग़ार-ए-सर्व-क़द-ए-लालारुख़ सारे सरापा आफ़त-ए-दिल बूद शब जाहे कि मन बूदम
(There was a nymph-like beloved with cypress-like form and tulip-like face, Ruthlessly playing havoc with the hearts of the lovers)
ख़ुदा ख़ुद मीर-ए-मज़लिस बूद अन्दर लामकां ख़ुसरो मुहम्मद शम्म-ए-महफ़िल बूद शब जाहे कि मन बूदम (God himself was the master of ceremonies in that heavenly court, Oh Khusrau, where (the face of) the Prophet too was shedding light like a candle)
सुरमुनिदितिजेन्द्रैः सेव्यते योऽस्ततन्द्रैर्गुरुतदुरितानां का कथा मानवानाम् । स भुवि सुकृतकर्तुर्वाञ्छितावाप्तिहेतुर्जयति विजितयागस्तीर्थराजः प्रयागः ॥ १॥