गुरुवार, 13 मार्च 2025

रास रमंता म्हारी नथनी खोवाई.../ रचना : भक्त कवि नरसिंह मेहता / गायन : आदित्य गढ़वी

https://youtu.be/iraezTzB938  

नागर नंदजी ना लाल
नागर नंदजी ना लाल
रास रमंता म्हारी नथनी खोवाई

कान्हा जड़ी होए तो आल,
कान्हा जड़ी होए तो आल
रास रमंता म्हारी नथनी खोवाई ...

वृन्दावन नी कुञ्ज गलीं मां
बोले झिना मोर
राधाजी नी नथनी नो
शामलियो छे चोर ....
नागर नंदजी ना लाल
नागर नंदजी ना लाल
रास रमंता म्हारी नथनी खोवाई.....



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